हमारा राष्ट्र स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के आधार पर ही समृद्ध हो सकता है : डॉ देवेश
पटना, 11 अगस्त (हि.स.)। बिहार में सीतामढ़ी शहर के वीरकुंवर सिंह चौक पर स्वदेशी जागरण मंच ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार सह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का पुतला दहन आज किया । मौके पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रान्त सह पर्यावरण प्रमुख डॉ
स्वदेशी जागरण मंच द्वारा पुतला दहन और प्रदर्शन के दौरान डॉ देवेश और अन्य


पटना, 11 अगस्त (हि.स.)। बिहार में सीतामढ़ी शहर के वीरकुंवर सिंह चौक पर स्वदेशी जागरण मंच ने विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार सह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का पुतला दहन आज किया ।

मौके पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रान्त सह पर्यावरण प्रमुख डॉ देवेश कुमार ने कहा कि 1991 में अपनी स्थापना के बाद से ही स्वदेशी जागरण मंच स्वदेशी अपनाने के लिए जनता में जागरूकता पैदा कर रहा है। मंच का दृढ़ विश्वास है कि हमारा राष्ट्र स्वदेशी और आत्मनिर्भरता के आधार पर ही समृद्ध हो सकता है।

डॉ देवेश ने कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं की वर्तमान परिस्थितियों में, जहां वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं, भुगतान प्रणालियों और वैश्विक मुद्राओं को हथियार बनाया जा रहा है, अमरीका और अन्य देश अधिक से अधिक संरक्षणवादी बन रहे हैं और टैरिफ दीवारों और अन्यायपूर्ण गैर-टैरिफ बाधाओं का उपयोग करके वैश्विक निर्यात को अवरुद्ध किया जा रहा है, कुछ देशों, विशेष रूप से चीन द्वारा अतिरिक्त क्षमताओं के आधार पर माल डंप किया जा रहा है, और हमारे विनिर्माण को खत्म करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। ऐसे में स्वदेशी राष्ट्रीय हितों की रक्षा का एक महत्वपूर्ण साधन हो सकता है।

मौके पर जिला संयोजक संगीता झा ने प्रधानमंत्री द्वारा व्यक्त विचारों को कहते हुए कहा की भारतीयों द्वारा विदेशी विवाहों से परहेज़ करने का उदाहरण दिया है, स्वदेशी जागरण मंच का मानना है कि मूल्यवान विदेशी मुद्रा बचाने के और भी कई उपाय हो सकते हैं।

उन्होंने कहा कि सामान्य रूप से विदेशी वस्तुओं का न्यूनतम उपयोग; और चीन, तुर्की व अन्य विरोधी देशों की वस्तुओं और सेवाओं का बहिष्कार करना, कुछ अपवादों को छोड़, विदेशी विश्वविद्यालयों में अध्ययन का मोह त्यागना, स्थानीय उत्पादों का उपयोग और कारीगरों को बढ़ावा देना, न केवल मूल्यवान विदेशी मुद्रा बचाने में सहायक हो सकता है, बल्कि विकास के विकेंद्रीकृत मॉडल के आधार पर स्थानीय स्तर पर रोज़गार, आजीविका और लोगों के कल्याण को भी बढ़ावा दे सकता है।

समाजसेवी एवं उद्यमी शिवनाथ प्रसाद ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की स्वदेशी जागरण मंच द्वारा बड़ी संख्या में व्यापारियों और विनिर्माण कंपनियों के संघों और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर 12 जून, 2025 को 'स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान' की शुरुआत के साथ, स्वदेशी आंदोलन को फिर से गति दी गई है, जिसका उद्देश्य देश के कोने-कोने में भारत को पुनः महान बनाने (जिसे प्रधानमंत्री 'मीगा' यानि मेक इंडिया ग्रेट अगेन कहते हैं) के लिए जागरूकता पैदा करना है।

जिला सह संयोजक महेंद्र प्रसाद ने आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में राजनीतिक इच्छाशक्ति, नीतिगत हस्तक्षेप और जनभागीदारी ने सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं। स्थानीय कोविड वैक्सीन का आविष्कार और निर्माण करके, भारत न केवल अपने लाखों नागरिकों की जान बचा सका, बल्कि ग्लोबल साउथ की एक बड़ी आबादी को बचाने में भी मदद की; रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता ने दुनिया को पहले ही चकित किया हुआ है, आत्मनिर्भर डिजिटलीकरण, अंतरिक्ष क्षेत्र और कई अन्य क्षेत्रों के हमारे अनुभव स्वदेशी की ताकत के जीवंत उदाहरण हैं।

उन्होंने कहा कि 21वीं सदी की ईस्ट इंडिया कंपनी सरीखे नए डिजिटल एकाधिकार - अमेज़न, वॉलमार्ट (फ्लिपकार्ट) और अन्य पश्चिमी ई-कॉमर्स दिग्गज ये प्लेटफ़ॉर्म भारत के पारंपरिक खुदरा व्यापार को कमज़ोर करने, लाखों छोटे व्यापारियों को हाशिए पर डालने का काम कर रहे हैं। ये केवल प्लेटफ़ॉर्म नहीं हैं - ये डिजिटल साम्राज्य हैं जो नियमों की धज्जियाँ उड़ाते है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद चौधरी