स्टॉक मार्केट में भदौरा इंडस्ट्रीज की कमजोर शुरुआत
नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। इंडस्ट्रियल केबल बनाने वाली कंपनी भदौरा इंडस्ट्रीज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत की। हालांकि डिस्काउंट लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से कंपनी के शेयरों की स्थिति में सुधार होता हुआ नजर आ रहा है। आईपीओ
स्टॉक मार्केट में भदौरा इंडस्ट्रीज की कमजोर शुरुआत


नई दिल्ली, 11 अगस्त (हि.स.)। इंडस्ट्रियल केबल बनाने वाली कंपनी भदौरा इंडस्ट्रीज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर शुरुआत की। हालांकि डिस्काउंट लिस्टिंग के बाद लिवाली के सपोर्ट से कंपनी के शेयरों की स्थिति में सुधार होता हुआ नजर आ रहा है। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 103 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म पर 2 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ इसकी लिस्टिंग 101 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद लिवाली शुरू हो जाने के कारण इसकी स्थिति में सुधार होने लगा। सुबह 11 बजे तक कारोबार होने के बाद कंपनी के शेयर 104 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इस तरह अभी तक के कारोबार के बाद कंपनी के आईपीओ निवेशक 0.63 प्रतिशत के मामूली मुनाफे में हैं।

भदौरा इंडस्ट्रीज का 55.62 करोड़ रुपये का आईपीओ 4 से 6 अगस्त के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से फीका रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 0.96 गुना ही सब्सक्राइब हो सका था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 0.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 1.28 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 0.98 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ पूरू तरह से नए शेयरों का था, जिसके तहत कंपनी ने कुल 54 लाख नए शेयर जारी किए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी मध्य प्रदेश के खरगोन में एक नया मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में इसका राजस्व सालाना आधार पर 33 प्रतिशत बढ़कर 110.69 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष कंपनी को कुल 83.27 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। वहीं कंपनी का शुद्ध मुनाफा इस दौरान दोगुना से भी ज़्यादा बढ़कर 10.79 करोड़ रुपये हो गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 4.96 करोड़ रुपये रहा था।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक