अनूपपुर: एक राखी, रक्षकों के नाम केन्द्रीय विद्यालय की छात्राओं ने पुलिस जवानों को बांधा रक्षासूत्र
अनूपपुर, 11 अगस्त (हि.स.)। मप्र के अनूपपुर जिला मुख्यालय के केन्द्रीय विद्यालय में सोमवार को छात्राओं ने एक राखी, रक्षकों के नाम कार्यक्रम के तहत विद्यालय प्रांगण में आयोजित जिला मुख्यालय में पदस्थ पुलिस बल के भाईयों की कलाईयों पर रक्षासूत्र बाँधकर उ
पुलिस जवानों को रक्षासूत्र बांधती  केन्द्रीय विद्यालय की छात्रायें


पुलिस जवानाे के साथ ्केन्द्रीय विद्यालय की छात्राओं


अनूपपुर, 11 अगस्त (हि.स.)। मप्र के अनूपपुर जिला मुख्यालय के केन्द्रीय विद्यालय में सोमवार को छात्राओं ने एक राखी, रक्षकों के नाम कार्यक्रम के तहत विद्यालय प्रांगण में आयोजित जिला मुख्यालय में पदस्थ पुलिस बल के भाईयों की कलाईयों पर रक्षासूत्र बाँधकर उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की। कार्यक्रम प्राचार्य देवेन्द्र कुमार तिवारी एवं शिक्षकों की उपस्थिति में किया गया।

विद्यालय में अध्ययनरत रेवांशी, शिवाली, अंजलि, इरम, शिवांशी, आरती आदि छात्राओं ने जिला पुलिस बल के भाइयों को तिलक लगाकर उनका स्वागत एवं अभिनन्दन किया। तत्पश्चात सभी प्यारी बहनों द्वारा पुलिस बल के भाइयों को मिष्ठान खिलाकर उनका मुँह मीठा कराया गया तथा राखी बाँधकर उनके साहस, शौर्य एवं पराक्रम के प्रति अपनी सच्ची कृतज्ञता व्यक्त की गई।

छात्राओं ने कहा कि पुलिस बल न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखता है, बल्कि संकट और कठिन परिस्थितियों में भी नागरिकों की सुरक्षा हेतु हर समय तत्पर रहता है। राखी बाँधते समय छात्राओं ने पुलिस बल के भाइयों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सफलता की कामना की। इस अवसर पर जिला पुलिस बल के जवानों ने भी छात्राओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे सदैव समाज की तथा विशेषकर माताओं-बहनों की, सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेंगे और अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करेंगे।

प्राचार्य देवेन्द्र कुमार तिवारी ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों में देशभक्ति, सामाजिक जिम्मेदारी और आपसी विश्वास की भावना को मजबूत करते हैं। अंत में पुलिस बल के साथियों और विद्यालय परिवार ने मिलकर देश की एकता, सुरक्षा और सद्भावना बनाए रखने का संकल्प लिया। साथ ही पुलिस बल के साथियों ने विद्यालय परिसर में पौधारोपण किया एवं सभी को आधिकाधिक वृक्षारोपण हेतु प्रेरित किया। जिससे विद्यालय एवं समाज के वातावरण को हरियाली युक्त बनाया जा सके। यह पहल रक्षाबंधन के त्यौहार को न केवल रिश्तों का, बल्कि सुरक्षा और कर्तव्य के संकल्प का भी प्रतीक बना गई।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश शुक्ला