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- एनसीडी के समय से चिन्हांकन से गंभीर स्थितियों से होगा बचाव
भोपाल, 10 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने रविवार की शाम जयारोग्य चिकित्सालय समूह के हज़ार बिस्तर अस्पताल में नॉन-कम्युनिकेबल डिज़ीज़ (एनसीडी) क्लीनिक का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एनसीडी क्लीनिक गंभीर बीमारियों का समय रहते पता लगाने और उनका इलाज शुरू करने में सहायक होगा।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि बदलती जीवन शैली, खान-पान की गलत आदतें, तनाव और शारीरिक श्रम की कमी के कारण हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, उच्च रक्तचाप और थायरॉइड जैसी एनसीडी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अक्सर इन बीमारियों का देर से पता चलने पर ये जानलेवा साबित होती हैं। इसी समस्या को देखते हुए एम्स भोपाल के बाद अब जयारोग्य अस्पताल समूह में यह विशेष क्लीनिक शुरू किया गया है।
गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. धाकड़ ने बताया कि क्लीनिक कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के अधीन संचालित होगा। इसका उद्देश्य प्रदेश में बढ़ते एनसीडी मामलों पर नियंत्रण करना है। यहां मरीजों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, परामर्श और आवश्यकतानुसार उपचार उपलब्ध कराया जाएगा। एनसीडी क्लीनिक को भविष्य में टेलीमेडिसिन और डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड की सुविधा से भी जोड़ा जाएगा, जिससे मरीजों का डेटा सुरक्षित और आसानी से उपलब्ध रहे।
एनसीडी क्लीनिक में हृदय रोग, मधुमेह, कैंसर, थायरॉइड और उच्च रक्तचाप जैसे रोगों का शुरुआती चरण में पता लगाकर समय पर इलाज किया जाएगा। इससे स्ट्रोक, हार्ट अटैक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर स्थितियों से बचाव संभव होगा। आम जनता को बिना किसी अतिरिक्त खर्च के जांच व परामर्श की सुविधा मिलेगी और समय पर उपचार मिलने से समयपूर्व मौत के मामलों में कमी आएगी। जयारोग्य चिकित्सालय समूह के अधीक्षक डॉ. सुधीर सक्सेना, कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज बंसल सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष एवं यूजी व पीजी विद्यार्थी मौजूद थे।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर