Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
धमतरी, 10 अगस्त (हि.स.)। सिंध शक्ति महिला संगठन एवं पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में रविवार को सिंधी धर्मशाला आमापारा में आयोजित तिजड़ी की सुनहरी मेहंदी कार्यक्रम में समाज की महिलाओं ने सामूहिक रूप से मेहंदी लगाई। आयोजन में समाज की महिलाओं का उत्साह देखते ही बना।
सिंध शक्ति महिला सगठन एवं पूज्य सिंधी पंचायत के तत्वावधान में रविवार को एक बेहतरीन कार्यक्रम तिजड़ी की सुनहरी मेहंदी कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसे तीज भी कहा जाता है। सिंधी समाज की महिलाएं एवं कुंवारी भी इस दिन उपवास रखती हैं। इस अवसर पर आवश्यक रूप से सिंधी समाज में यह नियम है कि जो लोग उपवास रखेंगे उनके हाथों में मेहंदी जरूर लगे रहना चाहिए। इस वर्ष सिंधु शक्ति महिला संगठन एवं पूज्य सिंधी पंचायत ने इस कार्यक्रम को सामूहिक रूप से संपन्न कराया। कार्यक्रम स्थल में पहुंच कर सिंधी महिलाएं, सिंधी बालिकाएं अपने हाथों में मेहंदी लगाती नजर आईं। सामूहिक रूप से 400 महिलाओं को मेहंदी लगाने का लक्ष्य रखा गया। सिंधी समाज की महिलाएं इस तिजड़ी को अपने पति के लिए लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास तीज का त्योहार रखती है। नए वस्त्र धारण करती है, 16 श्रृंगार करती हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सिंध शक्ति महिला संगठन एवं पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा आयोजित किया गया। मेहंदी के सामूहिक कार्यक्रम में पूज्य सिंधी पंचायत के अध्यक्ष चंदू जसवानी, उपाध्यक्ष रामचंद्र वाधवानी, महेश रामरख्यानी, अशोक डुम्बानी, अमर पिंजनी, रोमी सावलानी, सुनील रेवलानी, सिंध शक्ति महिला संगठन की महासचिव प्रिया पंजवानी, सिंध शक्ति महिला संगठन अध्यक्ष पार्वती वाधवानी, सचिव साक्षी वाधवानी, दिशा कमरानी, रिया सुनेटा, शारदा चावला, रोमा राहूजा, मोना वाधवानी, सिमरन वाधवानी, मुस्कान वाधवानी, संगीता वाधवानी, पलक सुंदरानी, दिपा जसवानी, श्वेता ननकानी अन्य वासवानी किरण ग्वालानी, तान्या चावला, प्रीति पिंजनी, सरला डोडवानी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रही।
संगीत की धुन में मेहंदी लगाई सिंधी धर्मशाला में आयोजित सामूहिक मेहंदी कार्यक्रम में सिंधी समाज की महिलाओं में उत्साह रहा। महिलाओं के दोनों हाथों में जब मेहंदी लगाई गई तब संगीत के धुन भी बजाए गए। कार्यक्रम स्थल पर झूला लगाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में भगवान झूलेलाल की पूजा अर्चना की गई। उसके बाद कार्यक्रम की शुरूआत हुई। ज्ञात हो कि तीन दिन बाद तिजड़ी मनाई जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा