संत समाज ने दी ब्रह्मलीन महायोगी पायलट बाबा को श्रद्धांजलि
हरिद्वार, 10 अगस्त (हि.स.)। जूना अखाड़े के ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा की प्रथम पुण्य तिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों और भक्तों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। जगजीतपुर स्थित पायलट बाबा
पायलट बाबा को श्रद्धांजलि देते संत


हरिद्वार, 10 अगस्त (हि.स.)। जूना अखाड़े के ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा की प्रथम पुण्य तिथि पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों और भक्तों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनके दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

जगजीतपुर स्थित पायलट बाबा आश्रम में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखंडता और देश को एकता के सूत्र में बांधने में संत महापुरूषों की हमेशा अहम भूमिका रही है। ब्रह्मलीन पायलट बाबा ने योग और अध्यात्म के माध्यम से जिस प्रकार समाज का मार्गदर्शन किया। वह सदैव स्मरणीय रहेगा।

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन पायलट बाबा ने पूरे विश्व में योग और सनातन धर्म संस्कृति के प्रचार प्रसार में निर्णायक भूमिका निभाई।

पायलट बाबा आश्रम की अध्यक्ष और पायलट बाबा की शिष्या महामंडलेश्वर केको आईकावा ने कहा कि पूज्य गुरूदेव ने सेवा का जो मार्ग दिखाया है। उस का अनुसरण करते हुए आश्रम के विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से योग, अध्यात्म और धर्म जागरण का कार्य निरंतर जारी रहेगा।

जूना अखााड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत प्रेम गिरी ने कहा कि ब्रह्मलीन महायोगी पायलट बाबा ने पूरे विश्व में योग से लेकर समाधि तक का प्रचार किया। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरी व भारत माता मंदिर के महंत महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि ब्रह्मलीन पायलट बाबा संत समाज की दिव्य विभूति थे।

ब्रह्मलीन पायलट बाबा की शिष्या साध्वी श्रद्धा गिरी एवं साध्वी चेतना गिरी ने सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया और आभार जताया।

श्रद्धांजलि समारोह का संचालन महंत देवानंद सरस्वती ने किया। इस अवसर पर किन्नर अखाड़े की आचार्य लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी,महंत राघवेंद्र दास,स्वामी गर्व गिरी,महंत केदारपुरी,महंत गोविंददास,महंत महेश पुरी,स्वामी शैलेष गिरी,महंत शिवशंकर गिरी,महामंडलेश्वर साध्वी राधा गिरी,महंत राम गिरी,महंत संजय गिरी,स्वामी चिदविलासानंद,महंत जसविन्दर सिंह,महंत सूर्यांश मुनि,महंत गंगादास,स्वामी सुतिक्ष्ण मुनि,डॉ.दुष्यंत चौहान,अनिल कुमार,अनुज वालिया सहित अनेक संत महंत सहित गण्मान्य व्यक्ति और बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला