सरसंघचालक भागवत ने इंदौर में किया कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन
- समाज में चिकित्सा और शिक्षा बहुत जरूरीः डॉ. मोहन भागवत इंदौर, 10 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान इंदौर में रविवार शाम को श्री गुरुजी सेवा न्यास माधव सृष्टि के कैंसर केयर सेंटर का
इंदौर में कैंसर केयर सेंटर के उद्घाटन कार्यक्रम में मोहन भागवत


- समाज में चिकित्सा और शिक्षा बहुत जरूरीः डॉ. मोहन भागवत इंदौर, 10 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने मध्य प्रदेश के प्रवास के दौरान इंदौर में रविवार शाम को श्री गुरुजी सेवा न्यास माधव सृष्टि के कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने बिल्डिंग और संसाधनों का बारीकी से निरीक्षण किया और जीवन यात्रा पर आधारित लगी प्रदर्शनी भी अवलोकन किया। इस अवसर पर उन्होंने समाज में चिकित्सा और शिक्षा को बहुत जरूरी बताया।

संघ प्रमुख डॉ. भावगत ने कहा कि स्वास्थ्य और शिक्षा समाज की आवश्यकता है। ज्ञान के लिए शिक्षा और ज्ञान पाने के लिए स्वस्थ शरीर जरूरी है। दुर्भाग्य है कि अच्छा स्वास्थ्य और शिक्षा अब सामान्य आदमी के पहुंच से बाहर है। यह काम पहले सेवा के नाते किए जाते थे, लेकिन अब स्वास्थ्य और शिक्षा भी व्यावसायिक हो गई है। पहले शिक्षा देना कर्तव्य माना जाता था। शिक्षा देने वालों को इसकी चिंता होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि बचपन में मुझे मलेरिया हो गया था। तीन दिन मैं स्कूल नहीं गया तो शिक्षक घर आए। वे मेरे लिए जंगल में जाकर जड़ी-बूटी ले आए। शिक्षक की भूमिका ऐसी होती है। उन्हें चिंता था कि जो छात्र मेरे पास आया है। वो स्वस्थ भी रहना चाहिए, समाज को सहज सुलभ चिकित्सा चाहिए। कॉरपोरेट का जमाना है। अब शिक्षा हब बन चुके हैं।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के लिए छात्रों को दूर जाना पड़ता है। अच्छी चिकित्सा के लिए भी बड़े शहरों में जाना पड़ता है। देश को कम खर्च वाली और सहज सुलभ चिकित्सा चाहिए। इलाज चिंता की बीमारी नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिम का दृष्टिकोण यह है कि एक ही बात दुनिया पर लागू करना। विदेश में चिकित्सा पर हुई रिसर्च सब जगह लागू नहीं हो सकती, क्योंकि विश्व में विविधता है। किसी को नैचुरोपैथी से फायदा होता है तो किसी को होम्योपैथी से फायदा होता है। कोई एक पैथी सर्वश्रेष्ठ नहीं हो सकती। भारतीय चिकित्सा पद्धति मरीजों का व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार इलाज करती है। 8-10 भारतीय शहरों में अच्छी कैंसर देखभाल उपलब्ध है। सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि बीमारियां सनातन हैं, जब मनुष्य समाप्त होगा, तभी बीमारियां खत्म होंगी। इंदौर में इस प्रकल्प के माध्यम प्रशंसनीय काम हो रहा है, लेकिन मन में यह न आए कि हम तीस मार खां हैं। हमें सेवा का अवसर मिला है इसे लगातार करते रहना होगा। नेकी करो कुएं में डालो, छोटे छोटे कदम लेकर आगे बढ़ना अच्छी बात है। इस कार्य के लिए अपने प्रति धन्यता का, गर्व का भाव रहे, लेकिन अहंकार नहीं आना चाहिए।

गुरुजी सेवा न्यास के अध्यक्ष मुकेश हजेला ने बताया कि तीन लाख लोगों ने गुरुजी सेवा न्यास के आरोग्य केंद्र में स्वास्थ्य लाभ लिया है। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यही है कि जो आर्थिक परेशानी के कारण इलाज नहीं करा पाते हैं। हम उन्हें उच्च स्तर की सेवाएं प्रदान करते हैं।

गौरतलब है कि इंदौर में 96 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा श्री गुरुजी सेवा न्यास माधव सृष्टि के कैंसर केयर सेंटर दो चरणों में तैयार किया जा रहा है। पहले चरण में लगभग 26 करोड़ रुपये की लागत से निर्माण कार्य पूर्ण किया गया है। इसमें दो बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन मंजिलों का निर्माण शामिल है, जिसका आज उद्घाटन किया गया। वहीं, दूसरे चरण में हाईटेक मशीनरी और अन्य फ्लोर का निर्माण किया जाएगा। यह संपूर्ण प्रोजेक्ट जनभागीदारी से बन रहा है। इसमें कंपनियों ने सीएसआर के तहत दान दिया है।

इससे पहले सरसंघचालक डॉ. भागवत ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सामाजिक सद्भाव बैठक में शामिल हुए। उन्होंने सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक चली इस बैठक में इंदौर-उज्जैन संभाग के 180 समाजों के प्रमुखों से संवाद किया। इस बैठक में देश और समाज में परिवर्तन से जुड़े अलग-अलग विषयों पर समाज प्रमुखों के साथ उन्होंने अनुभव साझा किए। डॉ. भागवत ने उनकी परेशानियों, समाधान, अपेक्षाओं और सामाजिक उत्थान से जुड़े संभावित परिवर्तनों के अलावा राष्ट्रीय, सामाजिक और स्थानीय मुद्दों पर भी चर्चा की।

शाम 5 बजे तक चली इस बैठक में डॉ. भागवत विभिन्न संवाद सत्रों में शामिल हुए। संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर वे पंच परिवर्तन के अंतर्गत स्वदेशी जीवनशैली, कुटुंब प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक अनुशासन और समरसता जैसे विषयों पर भी विचार रखा। संघ प्रमुख ने शताब्दी वर्ष दो अक्टूबर के लिए कार्यक्रमों पर भी चर्चा की। इसमें पंच परिवर्तन/लक्ष्य इसके लिए पांच कार्यक्रम तय किए गए।____________

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर