Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
बिजनौर, 10 अगस्त (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के जिला शिवाला कलां थाना क्षेत्र के गांव सरकथल में रविवार सुबह हुए दर्दनाक हादसे में दो सगे और एक चचेर भाई की मौत हो गई। तीनों भाई खेत में लगे पंप का का पट्टा डालने के लिए 15 फीट गहरे कुएं में उतरे थे, लेकिन कुएं की जहरीली गैस से दम घुटने से तीनों की मौत हो गई। रक्षाबंधन के अगले ही दिन इस हृदयविदारक घटना ने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है।
बताया गया कि गांव सरकथल में रविवार सुबह करीब 11 बजे गांव निवासी छत्रपाल सिंह (पुत्र धर्मवीर सिंह) मोटर का पट्टा लगाने कुएं में उतरे, लेकिन वे कुएं की जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। छत्रपाल काे बचाने के लिए मौके पर मौजूद उसके चचेरे भाई हिमांशु (19 वर्ष) और कशिश (21 वर्ष) पुत्रगण हरि सिंह भी एक-एक कर कुएं में उतरे, लेकिन वे दोनों भी गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए। एक साथ तीन लाेगाें के कुएं में बेहाेश हाेकर गिरने से घटना के समय वहां मौजूद चेतन नामक युवक ने शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रस्सी से बांधकर तीनों को बाहर निकाला गया। परिजनाें व ग्रामीण तीनाें काे लेकर सरकारी अस्पताल नूरपुर पहुंचे, लेकिन चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। एक साथ ही तीनभाइयाें की माैत से गांव में काेहराम मच गया।
बताया गया कि मृतकों में छत्रपाल दिल्ली में इलेक्ट्रीशियन का काम करता था और दो दिन पहले ही रक्षाबंधन पर्व पर गांव लौटा था। उसका विवाह दो वर्ष पहले हुआ था और वह दो भाई और दो बहनों में तीसरे नंबर पर था। हिमांशु और कशिश अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। हिमांशु पढ़ाई के बाद गांव में रहकर खेती में पिता का हाथ बंटाता था, जबकि कशिश दिल्ली में इलेक्ट्रीशियन का काम सीख रहा था और वह भी रक्षाबंधन पर गांव आया था।
ग्रामीण अंकित सैनी ने बताया कि पानी निकालने का उद्देश्य मच्छरों के पनपने से रोकना था, लेकिन कुएं में बनी जहरीली गैस मौत का कारण बन गई। उन्होंने कहा कि आज मेरे चाचा और ताऊ के तीन बेटों की एक साथ मौत हो गई, यह हमारे परिवार के लिए कभी न भरने वाला घाव है। नूरपुर पुलिस ने अस्पताल से शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस हादसे के बाद गांव में मातम पसरा है और रक्षाबंधन की खुशियां शोक में बदल गई।
हिन्दुस्थान समाचार / नरेन्द्र