जींद : पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को दी श्रद्धाजंलि
जाट समाज के साथ अन्याय, सत्यपाल मलिक को राजकीय सम्मान न देकर किया अपमान: वीरेंद्र प्रधान
राज्यपाल रहे स्व. सत्यपाल मलिक को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए।


जींद, 10 अगस्त (हि.स.)। पूर्व राज्यपाल स्व. सत्यपाल मलिक को श्रद्धाजंलि अर्पित करने के लिए खटकड़ टोल के पास रविवार को श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। क्षेत्र भर से लोग श्रद्धाजंलि सभा में पहुंचे। किसान संगठनों के प्रतिनिधिए खापों के प्रतिनिधि एवं प्रधान भी पहुंचे। वक्ताओं ने कहा कि स्व. सत्यपाल मलिक ने हमेशा हर किसी की आवाज को उठाने का काम किया। वो कई राज्यों के राज्यपाल रहे तो आमजन के साथ उनका जुड़ाव रहा। अपने जीवन में उनकी छवि ईमानदार, बेदाग छवि के इंसान की रही।

जम्मू-कश्मीर में जब वो राज्यपाल थे तो वहां पर धारा 370 हटाने का काम किया। हमेशा मजदूर, किसान, कमेरे वर्ग की आवाज को बुलंद करने का काम किया। जब उनका निधन हुआ तो उनके पास चार जोड़ी कपड़े ही थे। एक कमरे का मकान उनके पास था। वक्ताओं ने कहा कि अपने जीवन में कभी रुपये कमाने को अहमियत नहीं दी। अपने जीवन काल के दौरान सत्यपाल मलिक कहते थे कि राजनीति रुपए कमाने का जरिया नहीं है बल्कि ये समाज सेवा करने का माध्यम है। किसी को रुपए कमाने है तो वो व्यापार करें।

वह राजनीति नेताओं को अंतिम समय संदेश देकर गए है कि अगर राजनीति करनी है तो समाज सेवा के लिए करें धन कमाने के लिए नहीं। मरने के बाद अगर धन साथ ले जाने की व्यवस्था हो तो व्यक्ति कमाएए जब हम कुछ साथ नहीं लेकर जा सकते थे है तो धन कमाने के पीछे क्यों पागल हो ये उनका हमेशा कहना रहा था। इस मौके पर ओमप्रकाश कंडेला, सूरजभान घसो, दलबीर श्योकंद, हरिकेश काब्रच्छा, सोमदत्त थुआ, अनुराग खटकड़, महेंद्र जुलानी, फूलकुमार बरसोला, अनीता सुदकैन, सिक्किम सफाखेड़ी, शंकर, बलवान छापड़ा मौजूद रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा