अंगदान जागरूकता माह : शहरवासियों को अंगदान के लिए किया जागरूक, कई कार्यक्रमों का आयोजन
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जोधपुर, 01 अगस्त (हि.स.)। भारत सरकार के दिशा निर्देशनुसार जुलाई माह को अंगदान जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी संदर्भ में शुक्रवार को शहर में विभिन्न स्थानों पर अंगदान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कमला नेहरू महिला महाविद्यालय और मथुरादास माथुर हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में एनएसएस के एक दिवसीय कैम्प में अंगदान जागरूक अभियान चलाया गया। कॉलेज निदेशक प्रो. संगीता लूंकड ने अतिथियों का स्वागत किया।

यूरोलॉजी विभाग के डॉ. झंवरलाल सहायक आचार्य ने अंगदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अंगदान से किसी को एक नया जीवन भी दिलाया जा सकता है। इस प्रकार की भ्रांतियों को दूर करते हुए यह भी कहा कि पंजीकरण से कोई जबरन आपके अंग का उपयोग नहीं कर सकतें जब तक की परिवार में भी सभी सहमत न हों। डॉ. दीक्षा, डॉ. अमन और डॉ. प्रतीक ने छात्राओं के अंगदान जागरूक करने के लिए ऑनलाइन पंजीयन भी करवाया।

कार्यक्रम में एनएसएस अधिकारी डॉ. कामिनी ओझा, डॉ. नम्रता स्वर्णकार, डॉ. मीता सोलंकी, डॉ. अनामिका पूनिया, डॉ विनिता चौहान, डॉ. एस एल मीणा आदि उपस्थित थे। डॉ. भरत देवड़ा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय जोधपुर के तत्वावधान मे अंगदान जागरूकता कार्यक्रम शुक्रवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम में नर्सिंग महाविद्यालय की फैकल्टी, विद्यार्थियों व कर्मचारियों ने भाग लिया। समाज को अंगदान महादान की मुहिम से जोडऩे व सभी को इसके महत्व के बारे में बताने के लिए मुख्य वक्ता संस्था के प्रधानाचार्य मुकेश तेतरवाल, डॉ गोवर्धन चौधरी, डॉ सुरेन्द्र सिंह रहे। मंच संचालन सुमी मैथ्यू द्वारा किया गया।

डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की ट्रांसप्लांट टीम के सदस्यों द्वारा ऐश्वर्या कॉलेज में अंगदान पर जागरूकता लेक्चर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नेफ्रोलॉजी विभागध्यक्ष डॉक्टर सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अंगदान केवल वेंटिलेटर पर रहे ब्रेन डेड मरीज से ही लिया जा सकता है। उन्होंने ब्रेन डेड मरीज को चिन्हित करने की कानूनी और मेडिकल प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यूरोलॉजी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर गोवर्धन चौधरी ने अंगदान की ऑनलाइन शपथ के बारे में विस्तार से बताया।

हिन्दुस्थान समाचार / सतीश