सैनी आश्रम विवाद पर गर्माया माहौल
बैठक के दौरान सैनी समाज के लोग


हरिद्वार, 1 अगस्त (हि.स.)। हरिद्वार के ज्वालापुर स्थित सैनी आश्रम को लेकर उठे विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आश्रम के निजीकरण और मनमानी संचालन के आरोपों के बीच शुक्रवार को लक्सर के श्री सीमेंट फैक्ट्री के पास पंकज सैनी के आवास पर सैनी समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें क्षेत्र भर से समाज के गणमान्य प्रतिनिधि शामिल हुए।

बैठक में रुड़की, लक्सर, सिधडू, झिवरेड़ी, छांगामाजरी, जैतपुर, भूरनी, मुंडा खेड़ा समेत विभिन्न स्थानों से पहुंचे प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। विकास सैनी (रुड़की), अनिल कुमार, अर्जुन प्रधान, अनुज, सुरेंद्र तोमर, नितिन, आशीष, प्रवीण, शिवम, अभिषेक, राकेश, शिवकुमार, बबलू, कर्मवीर, कंवरपाल समेत अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बैठक को संबोधित किया।

क्या है विवाद?

वक्ताओं ने आरोप लगाया कि सैनी आश्रम को कुछ व्यक्तियों द्वारा अपनी निजी संपत्ति की तरह चलाया जा रहा है और वहां होटल जैसी गतिविधियां संचालित की जा रही हैं, जो आश्रम की मूल भावना और उद्देश्य के विपरीत है। साथ ही हाल ही में गठित समिति को पक्षपातपूर्ण और अल्पवर्गीय हितों से प्रेरित बताया गया।

बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय

सभी प्रतिनिधियों ने वर्तमान समिति को अवैध बताते हुए उसे तुरंत भंग करने और समाजहित में नई समिति के गठन की मांग की। नई समिति के गठन के लिए निष्पक्ष और लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाने का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें उत्तराखंड की हर तहसील से प्रतिनिधियों को शामिल किया जाए। जो लोग अन्य राज्यों से आश्रम में सेवा देना चाहते हैं, उन्हें भी समिति में स्थान दिया जाए। यदि मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो सैनी समाज आश्रम परिसर में शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा।

छात्रावास की मांग

बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि आश्रम में समाज के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास की व्यवस्था की जाए ताकि वे शिक्षा प्राप्त कर सकें और समाज का गौरव बढ़ा सकें। बैठक के आयोजक पंकज सैनी ने कहा कि समिति का गठन स्वतंत्र, निष्पक्ष और समाज के सभी वर्गों की भागीदारी से होना चाहिए। वर्तमान व्यवस्था समाज को विभाजित कर रही है, जो स्वीकार्य नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ.रजनीकांत शुक्ला