त्योहारों में भीड़भाड़ वाले 73 प्रमुख स्टेशनों पर तैनात होंगे स्टेशन निदेशक, टिकट बिक्री पर रखेंगे नियंत्रण
त्योहारों में भीड़भाड़ वाले 73 प्रमुख स्टेशनों पर तैनात होंगे स्टेशन निदेशक, टिकट बिक्री पर रखेंगे नियंत्रण


नई दिल्ली, 1 अगस्त (हि.स.)। रेल मंत्रालय ने त्योहारी सीजन के दौरान रेलवे स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इसके तहत देश के 73 भीड़भाड़ वाले प्रमुख स्टेशनों पर एक-एक स्टेशन निदेशक की नियुक्ति की जाएगी। इन्हें तत्काल निर्णय लेने के अधिकार दिए जाएंगे, जिसमें ट्रेनों की क्षमता और उपलब्धता के अनुसार टिकटों की बिक्री को सीमित करना भी शामिल है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सभी प्रमुख स्टेशनों पर एक वरिष्ठ अधिकारी को स्टेशन निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाएगा। अन्य सभी विभाग स्टेशन निदेशक को रिपोर्ट करेंगे। स्टेशन निदेशक को वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार दिए जाएंगे ताकि वे स्टेशन के सुधार के लिए तत्काल निर्णय ले सकें।

उन्होंने बताया कि भीड़ नियंत्रण के लिए स्टेशनों पर प्रवेश नियंत्रण व्यवस्था लागू की जाएगी। केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को ही प्लेटफॉर्म तक जाने की अनुमति दी जाएगी। वेटिंग लिस्ट और बिना टिकट यात्रियों को बाहर बने स्थायी होल्डिंग एरिया में रुकना होगा, जब तक उनकी ट्रेन प्लेटफॉर्म पर न आ जाए। इसके तहत देशभर के 73 प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर स्थायी होल्डिंग एरिया, प्रवेश नियंत्रण, विस्तृत फुटओवर ब्रिज, सीसीटीवी निगरानी और वार रूम की व्यवस्था की जाएगी।

वैष्णव ने बताया कि 2024 के त्योहारी सीज़न के दौरान, स्टेशनों के बाहर प्रतीक्षालय बनाए गए थे। सूरत, उधना, पटना और नई दिल्ली में ये प्रतीक्षालय बड़ी भीड़ को संभालने में सक्षम थे। यात्रियों को केवल तभी प्रवेश दिया गया जब ट्रेन प्लेटफ़ॉर्म पर आ गई। महाकुंभ के दौरान प्रयाग क्षेत्र के नौ स्टेशनों पर भी ऐसी ही व्यवस्था की गई थी। उन्होंने बताया कि भीड़ प्रबंधन के लिए 12 मीटर और 6 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज की नई डिज़ाइन तैयार की गई है। इसके साथ ही स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे, वॉकी-टॉकी, घोषणा प्रणाली और कॉलिंग सिस्टम जैसी नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा।

रेल मंत्री बैष्णव ने बताया कि बड़े स्टेशनों पर वार रूम बनाए जाएंगे जहां सभी विभागों के अधिकारी एक साथ मिलकर काम करेंगे। इसके अलावा आरपीएफ और जीआरपी को भीड़ प्रबंधन में लगाया जाएगा। खुफिया शाखाओं और सादी वर्दी में तैनात कर्मचारी भीड़ की स्थिति पर नजर रखेंगे। उन्होंने बताया कि भीड़भाड़ की स्थिति में यात्रियों की मदद के लिए सभी रेलवे कर्मचारियों को नई वर्दी और नई डिज़ाइन के पहचान पत्र दिए जाएंगे, ताकि वे आसानी से पहचाने जा सकें।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार