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भागलपुर, 1 अगस्त (हि.स.)।बिहार में भागलपुर जिले के सबौर प्रखंड के ममलखा पंचायत के चायचक और मसाढ़ू में गंगा कटाव जारी है।
कटाव के कारण ग्रामीणों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्षों से यह समस्या बनी हुई है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस और स्थायी समाधान नहीं किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि कटाव के कारण कई परिवार बेघर हो चुके हैं, लोग डर और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं। न तो रहने के लिए सुरक्षित ठिकाना बचा है, न ही रात में चैन से सोने की सुविधा। यहां हर घर पर गंगा में विलीन होने के खतरा है।
आक्रोशित ग्रामीणों ने ऐलान किया है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती और गंगा कटाव से स्थायी बचाव के लिए ठोस कदम नहीं उठाती, तब तक वे आगामी चुनावों में वोट का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि सरकार को अपनी उदासीनता छोड़कर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। कटाव प्रभावित परिवारों के लिए सुरक्षित आवास दिया जाना चाहिए। ग्रामीणों की पीड़ा को देखते हुए यह अब सिर्फ एक स्थानीय समस्या नहीं, बल्कि मानवीय संकट बन चुकी है। प्रशासन और सरकार को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर