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कोलकाता, 01 अगस्त (हि. स.)। कोलकाता मेट्रो के टॉलीगंज से शाहिद खुदीराम खंड में बने एलिवेटेड स्टेशनों की संरचनात्मक स्थिति पर परामर्शदाता संस्था राइट्स ने एक विस्तृत रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपी है। रिपोर्ट विशेष रूप से आदी गंगा नहर पर बने पिलरों की स्थिति पर केंद्रित है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि पिलर संरचनात्मक रूप से सुरक्षित और मजबूत पाए गए हैं। यदि भविष्य में जनसुरक्षा की दृष्टि से किसी प्रकार के संशोधन या बदलाव की आवश्यकता महसूस होती है, तो उसका निर्णय रेलवे बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि शाहिद खुदीराम से दक्षिणेश्वर तक सभी स्टेशन अच्छी स्थिति में हैं। मेट्रो रेलवे नियमित रूप से राइट्स के माध्यम से संरचनात्मक सर्वेक्षण कराती रहती है।
गौरतलब है कि 28 जुलाई को मेट्रो की ब्लू लाइन के टर्मिनल स्टेशन कवि सुभाष पर संरचनात्मक दरारें दिखाई देने के बाद स्टेशन को बंद कर दिया गया था। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि 15 साल पुराने न्यू गरिया स्थित कवि सुभाष स्टेशन के अप प्लेटफॉर्म को पूरी तरह से तोड़कर फिर से बनाया जाएगा।
इस बीच मेट्रो रेलवे ने यह दावा खारिज कर दिया है कि भारी बारिश के कारण नींव में धंसाव की वजह से स्टेशन में दरारें आईं। मेट्रो ने स्पष्ट किया कि स्टेशन को 22 मीटर गहराई तक गढ़े गए डीप पाइल फाउंडेशन पर बनाया गया है और सभी डिज़ाइन निर्णय विस्तृत जियोटेक्निकल जांच पर आधारित होते हैं, ताकि संरचनात्मक मजबूती और यात्री सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
एक प्रवक्ता ने बताया कि कवि सुभाष मेट्रो स्टेशन को दो से चार पाइल्स के समूहों में बनाए गए डीप पाइल फाउंडेशन पर खड़ा किया गया है। मरम्मत और पुनर्वास कार्य को नौ महीने की समयसीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
उल्लेखनीय है कि 32 किलोमीटर लंबी ब्लू लाइन इस समय शाहिद खुदीराम (बृजी) से लेकर दक्षिणेश्वर तक चालू है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर