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नयी दिल्ली, 01 अगस्त (हि.स.)। भारत ने ब्रिटेन की एक संसदीय समिति की उस रिपोर्ट को आधारहीन, शत्रुतापूर्ण एवं जानबूझकर बदनाम करने वाली करार देते हुए खारिज कर दिया है जिसमें भारत पर ब्रिटेन में रहने वाले व्यक्तियों एवं समुदायों को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया है।
ब्रिटेन की संसद में मानवाधिकारों पर संयुक्त समिति (जेसीएचआर) की रिपोर्ट में भारत के संदर्भों के संबंध में मीडिया के प्रश्नों के जवाब में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, हमने उक्त रिपोर्ट में भारत के संदर्भों को देखा है और इन आधारहीन आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज किया है। ये दावे असत्यापित और संदिग्ध स्रोतों से उत्पन्न होते हैं, जो मुख्य रूप से प्रतिबंधित संस्थाओं और भारत विरोधी शत्रुता के स्पष्ट, प्रलेखित इतिहास वाले व्यक्तियों से जुड़े होते हैं। बदनाम स्रोतों पर जानबूझकर निर्भरता रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर ही सवाल उठाती है।
इस ब्रिटिश संसदीय समिति ने बुधवार को जारी 'ट्रांसनेशनल रिप्रेशन इन द यूके' रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि ब्रिटेन में व्यक्तियों और समुदायों को चुप कराने और डराने-धमकाने के प्रयासों में विदेशी सरकारें तेजी से दुस्साहसी हो रही हैं। रिपोर्ट में भारत सहित 12 देशों के नाम लेकर दावा किया गया है कि इन देशों के खिलाफ उसे अंतरराष्ट्रीय दमन (टीएनआर) के सबूत मिले हैं। रिपोर्ट में जिन अन्य देशों का नाम लिया गया है, उनमें बहरीन, चीन, मिस्र, इरिट्रिया, ईरान, पाकिस्तान, रूस, रवांडा, सऊदी अरब, तुर्की और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। ---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सचिन बुधौलिया