रामघाट में गूंजी श्रीराम की गाथा, परशुराम-लक्ष्मण संवाद ने बांधा समां
मीरजापुर, 9 जुलाई (हि.स.)। चुनार नगर के ऐतिहासिक रामघाट स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित राम दरबार एवं पंचमुखी हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अंतर्गत चल रही राम कथा में बुधवार को धार्मिक वातावरण श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो गया। कथा
हिन्दुस्थान समाचार


मीरजापुर, 9 जुलाई (हि.स.)। चुनार नगर के ऐतिहासिक रामघाट स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित राम दरबार एवं पंचमुखी हनुमान प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के अंतर्गत चल रही राम कथा में बुधवार को धार्मिक वातावरण श्रद्धा और भक्ति से सराबोर हो गया। कथा व्यास पंडित वेंकटेश्वर महाराज ने भगवान राम के विवाह प्रसंग के दौरान परशुराम और लक्ष्मण के बीच हुए संवाद को इतने जीवंत और रसपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया कि उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।

कथा में बताया गया कि जब श्रीराम ने भगवान शिव का धनुष भंग किया तो परशुराम जी को विश्वास ही नहीं हुआ कि कोई इस असंभव कार्य को कर सकता है। उनका क्रोध और संदेह तब शांत हुआ जब श्रीराम ने स्वयं परशुराम के धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ा दी। इस अलौकिक दृश्य को सुनकर श्रद्धालुओं की तालियों की गड़गड़ाहट मंदिर परिसर में गूंज उठी।

कार्यक्रम में नगर के कई गणमान्य लोग भी शामिल हुए जिनमें नगर पालिका अध्यक्ष मंसूर अहमद, अखिलेश पांडेय, चंद्रहास गुप्ता, सौरभ प्रकाश सिंह, विकास पांडेय, आशाराम सोनकर, प्रभु नारायण तिवारी, सदानंद बिंद, श्यामाचरण यादव, पारस यादव, अन्नू तिवारी, राजेश गुप्ता, दीपचंद सोनकर प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा