कहीं कोच नहीं , तो कहीं खिलाड़ी फेंसिंग सेंटर आफ एक्सीलेंस की कार्यशैली की जांच की मांग-साहनी
जम्मू, 9 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में अधिकांश खेलों में पेशेवर कोचों व लेटेस्ट खेल उपकरणों की कमी की है जबकि एम ए स्टेडियम के फेंसिंग (सेंटर आफ एक्सीलेंसी) को खिलाड़ियों के एनरोल होने का इंतजार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस केन्द्र में फ़िज़ि
कहीं कोच नहीं , तो कहीं खिलाड़ी फेंसिंग सेंटर आफ एक्सीलेंस की कार्यशैली की जांच की मांग-साहनी


जम्मू, 9 जुलाई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर में अधिकांश खेलों में पेशेवर कोचों व लेटेस्ट खेल उपकरणों की कमी की है जबकि एम ए स्टेडियम के फेंसिंग (सेंटर आफ एक्सीलेंसी) को खिलाड़ियों के एनरोल होने का इंतजार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस केन्द्र में फ़िज़ियोथेरेपिस्ट , फिटनेस ट्रेनर, सहायक कोच , एचपीएम, डाईटीशन समेत 5-6 कर्मी भारी भरकर वेतन ले रहे हैं मगर खिलाड़ी एनरोल नहीं हो रहे ।

आयोजित प्रतियोगताओं में पुराने खिलाड़ियों से ही तमाम औपचारिकताएं पूरी किए जाने की जानकारियां मिल रही है। वहीं खिलाड़ियों के लिए होस्टल सुविधा का काम भी अंधर में लटका पड़ा है। इस सैंटर के सह-कोच का पद एक साल‌ से खाली पड़ा है।

साहनी ने सैंटर को मिलने वाली फंडिंग को लेकर जांच करवाने की मांग की है। इसके साथ ही खेलों इंडिया के तहत तैनात कोचों को मासिक वेतन मिलने में देरी पर भी सवाल‌ खड़े किए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता