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दुर्ग /रायपुर, 9 जुलाई (हि.स.)। दुर्ग जिले में लगातार चार दिनों से हो रही भारी बारिश से शिवनाथ नदी में जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। दुर्ग के अंजोरी चौकी क्षेत्र के ग्राम थनौद में भारतमाला परियोजना के तहत सड़क निर्माण का कार्य जारी था।आज अचानक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई, और काम कर रहे मजदूर, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, वहां फंस गए।स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा। टीम ने साहस और सूझबूझ के साथ राहत एवं बचाव कार्य अंजाम दिया और 32 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला।इनमें बच्चे, महिला और पुरुष शामिल हैं।
गांव के लोगों ने बताया कि ईंट भट्ठे में एक स्ट्रीट डॉग पिछले तीन दिनों से पानी में फंसा हुआ है। चारों ओर लगभग 15 फीट गहरा पानी है और वहां तक पहुंचने का कोई साधन नहीं है।ग्रामीण राजेश्वर यादव ने प्रशासन से अपील की है कि जैसे इंसानों को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाला गया, वैसे ही इस मासूम जानवर को भी जल्द से जल्द बचाया जाए।
नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और नदी किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।प्रशासन ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम को प्रभावित इलाकों में तैनात कर दिया है।नदी किनारे बसे ईंट भट्ठों में काम करने वाले मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
दुर्ग शहर के शंकर नगर, बोरसी, मीनाक्षी नगर, गया नगर, मालवीय नगर चौक, जल परिसर, पद्मनाभपुर सहित कई वार्डों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया है जिससे यातायात और जनजीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / केशव केदारनाथ शर्मा