जैन मंदिर में मंगल कलश स्थापना, सौरभ सागर ने दी एकता की सीख
देहरादून, 9 जुलाई (हि.स.) । पुष्प वर्षायोग 2025 के चातुर्मास के तहत श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर और प्रिंस चौक स्थित जैन भवनमें मंगल कलश स्थापना का धार्मिक आयोजन हुआ। इस अवसर पर महिलाओं ने मंगलाचरण और बालिका मंडल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किए। पुष
कार्यक्रम में मौजूद जन समूह।


देहरादून, 9 जुलाई (हि.स.) । पुष्प वर्षायोग 2025 के चातुर्मास के तहत श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर और प्रिंस चौक स्थित जैन भवनमें मंगल कलश स्थापना का धार्मिक आयोजन हुआ। इस अवसर पर महिलाओं ने मंगलाचरण और बालिका मंडल ने स्वागत गीत प्रस्तुत किए।

पुष्पगिरी तीर्थ प्रणेता गणाचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर महामुनिराज के अज्ञानुवर्ती श्री 108 सौरभ सागर महामुनिराज के सान्निध्य में कलश की स्थापना की गई। सौरभ सागर महिला समिति व सौरभ सागर बालिका मंडल ने सुंदर प्रस्तुतियां दी। इसके बाद भगवान महावीर स्वामी व गणाचार्य श्री पुष्पदंत सागर महामुनिराज के चित्र का अनावरण कर दीप प्रज्वलित किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मेयर सौरभ थपलियाल, विशिष्ट अतिथि विधायक खजान दास व विशाल गुप्ता, सौरभ सागर सेवा संस्थान ग़ज़ियाबाद, सौरभांचल कमेटी गन्नौर आदि मौजूद रहे। 31वे मंगल वर्षायोग के मुख्य मंगल कलश रुक्मणि जैन, अमित जैन, दीपा जैन को प्राप्त हुआ। आशीष जैन, सीमा जैन, सम्यक जैन, अलौकिता जैन, आशीष कंस्ट्रक्शन, राजेंद्र नगर, अजय कुमार जैन, नीलम जैन, सृष्टि जैन दीप्तांश जैन, इंदु जैन को भी कलश की प्राप्ति हुई।इस अवसर पर आचार्य श्री सौरभ सागर ने कहा कि हमें सारथी बनकर काम करना चाहिए स्वार्थी बनकर नहीं। एक होकर कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा समाज में एकता ना हो तो समाज का पतन होता है, घर में एकता ना हो तो घर का पतन होता है ,नेताओं में एकता ना हो तो देश का पतन होता है।

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल