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अगरतला, 9 जुलाई (हि.स.)। दक्षिण त्रिपुरा जिले में हुई मूसलधार बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ ने 120 से अधिक परिवारों को बेघर कर दिया है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बाढ़ के चलते जिले के सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को एहतियातन बुधवार को बंद कर दिया गया।
बुधवार को जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रह रहे लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। लगातार बारिश के कारण मुहुरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान 15.60 मीटर से ऊपर बह रहा है, जिससे तटबंध के दोनों ओर पानी भर गया है।
दक्षिण त्रिपुरा के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि बेलोनिया और शांतिर बाजार सब-डिवीजन के कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। अब तक 118 परिवारों के 289 लोग 10 राहत शिविरों में शरण ले चुके हैं।
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कुछ घंटों में बारिश की तीव्रता में कमी आई है, लेकिन लोगों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने को तैयार रहने को कहा गया है। आपदा प्रबंधन टीमें और प्रशासनिक अधिकारी किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली और प्रभावितों को हरसंभव सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने दक्षिण त्रिपुरा जिले के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' (सावधान रहने की आवश्यकता) जारी किया है, जबकि गोमती और सिपाहीजाला जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' (सतर्क रहने की आवश्यकता) जारी किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश