नहरों की सफाई और सिंचाई के लिए पानी छोड़ने का निर्णय, अहरौरा बांध पर संयुक्त बैठक
- सिंचाई विभाग ने किसानों की समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन मीरजापुर, 9 जुलाई (हि.स.)। अहरौरा मेन कैनाल समिति और भारतीय किसान यूनियन की संयुक्त बैठक बुधवार को दोपहर दो बजे अहरौरा बांध पर आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के प्र
भारतीय किसान यूनियन की बैठक को सम्बोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्ध नाथ सिंह


- सिंचाई विभाग ने किसानों की समस्याओं के समाधान का दिया आश्वासन

मीरजापुर, 9 जुलाई (हि.स.)। अहरौरा मेन कैनाल समिति और भारतीय किसान यूनियन की संयुक्त बैठक बुधवार को दोपहर दो बजे अहरौरा बांध पर आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह ने की, जिसमें किसानों से जुड़ी कई महत्वपूर्ण समस्याएं उठाई गईं।

सिद्धनाथ सिंह ने क्षेत्र की नहरों की जर्जर स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि अधिकांश नहरें जलकुंभी से पटी हैं और कई जगहों पर नहर की पटरी भी क्षतिग्रस्त है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द नहरों की सफाई कराई जाए और क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत की जाए। प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह ने किसानों को जानकारी दी कि धान की नर्सरी की सिंचाई के लिए 12 जुलाई से गड़ई प्रणाली की नहरों में पानी छोड़ा जाएगा। वहीं अहरौरा मेन कैनाल में सिंचाई के लिए 17 जुलाई से डोगिया जलाशय से पानी छोड़े जाने की भी घोषणा की गई।

किसान नेता गोपाल दास गुप्ता ने क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती और बार-बार लाइन ट्रिपिंग की समस्या को उठाया। उन्होंने कहा कि इससे किसानों के साथ ही आम नागरिकों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सिंचाई विभाग के एक्सियन हरिशंकर प्रसाद ने किसानों की बातों को गंभीरता से सुनते हुए भरोसा दिलाया कि विभाग किसानों के साथ है और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।

बैठक में किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष कंचन सिंह फौजी, वीरेंद्र सिंह, परशुराम मौर्य, स्वामी दयाल सिंह, सिंचाई विभाग के जेई ओमप्रकाश राव, आनंद कुमार समेत कई किसान व अधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा