चार श्रम संहिताओं को सरकार रद्द करे केंद्र सरकार : एक्टू
रांची, 9 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आहूत देशव्यापी आम हड़ताल पर बुधवार को एक्टू ने बेरमो रेलवे स्टेशन पर मालवाहक रेल गाड़ियों को डेढ़ घंटे तक रोका। इससे कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम ठप रहा। एक्टू के कार्यकर
मालगाडी को रोकते एक्‍टू के सदस्‍य


रांची, 9 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आहूत देशव्यापी आम हड़ताल पर बुधवार को एक्टू ने बेरमो रेलवे स्टेशन पर मालवाहक रेल गाड़ियों को डेढ़ घंटे तक रोका। इससे कोयला ट्रांसपोर्टिंग का काम ठप रहा। एक्टू के कार्यकर्ताओं बेरमो में रेलवे लाइन पर बैठ गए।

मौके पर कोयला लोडिंग के लिए साइडिंग पर जा रहे रेल गाड़ियों के सामने आकर पटरी पर बैठ गए और मजदूरों को गुलाम बनाने वाली चार लेबर कोड वापस लो, अडानी अंबानी से यारी मजदूरों से गद्दारी नहीं चलेगा, कोयला रेल सरकारी उपक्रमों को निजी हाथों में बेचना बंद करो के नारे लगाए।

रेल रोको कार्यक्रम का नेतृत्व ऐक्टू नेता भुवनेश्वर केवट, राज केवट, सीटू नेता मनोज पासवान, श्याम कुमार सतनामी, भाकपा माले नेता पंचानन मण्डल ने किया।

एक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भुवनेश्वर केवट ने कहा कि देशव्यापी आम हड़ताल एतिहासिक है। यह केन्द्र सरकार के लिए सीधी चेतावनी है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को गुलाम बनाने वाली चार श्रम संहिताओं को सरकार रद्द करे।

वहीं युवा नेता राज केवट ने कहा कि अपने कॉरपोरेट मित्रों का ख्याल करने के बजाय केंद्र सरकार को मजदूर होतों की चिंता करनी चाहिए। जब मजदूर किसान सड़कों पर उतरे हैं जीत हमेशा मजदूरों की ही हुई है। किसान आंदोलन की तरह इस बार मजदूर ही जीतेगें। हड़ताल की सफलता के लिए यूनियन नेताओं ने मजदूरों को प्रति आभार जताया।

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हिन्दुस्थान समाचार / Vinod Pathak