हरित क्रांति की मिसाल बना बोको का एक युवा किसान
कामरूप (असम), 09 जुलाई (हि.स.)। जिले के बोको के एक युवक ने आत्मनिर्भरता की एक बेहतरीन मिसाल पेश की है। इस उभरते हुए युवक ने जैविक खेती के जरिए हरित क्रांति की शुरुआत की है। सरकारी नौकरी के पीछे न भागकर उसने कृषि कार्य को अपनाकर आत्मनिर्भरता का उत्कृष
हरित क्रांति की मिसाल बना बोको का एक युवा किसान


कामरूप (असम), 09 जुलाई (हि.स.)। जिले के बोको के एक युवक ने आत्मनिर्भरता की एक बेहतरीन मिसाल पेश की है। इस उभरते हुए युवक ने जैविक खेती के जरिए हरित क्रांति की शुरुआत की है। सरकारी नौकरी के पीछे न भागकर उसने कृषि कार्य को अपनाकर आत्मनिर्भरता का उत्कृष्ट उदाहरण स्थापित किया है।

बोको के कटलगांव के प्रसेनजित बोड़ो ने डारी सत्र गांव में लगभग 20 बीघा जमीन पर जैविक खेती कर कृषि क्रांति की शुरुआत की है। शुरू में उन्होंने यह कार्य अकेले प्रयास से शुरू किया था, लेकिन अब उनकी मेहनत और समर्पण ने सरकार का भी ध्यान आकर्षित किया है।

हाल ही में प्रसेनजित बोड़ो की खेती ने असम सरकार के कृषि विभाग का ध्यान खींचा। इसी कारण सोमवार को असम सरकार के कृषि विभाग का एक प्रतिनिधिमंडल ने बोड़ो के खेत का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग की टीम में जिला कृषि अधिकारी मानव ज्योति दास, समिति संस्था असम के संचालक राजीव भुइंया, बोको उपमंडल के कृषि अधिकारी गौतम रॉय चौधरी सहित उपमंडल कृषि कार्यालय के कई अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार / देबजानी पतिकर