सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 30 लाख की ठगी
बरेली, 09 जुलाई (हि.स.) । सचिवालय और सीआईएसएफ में नौकरी का सपना दिखाकर शातिर ठग ने प्रेमनगर निवासी एक व्यक्ति से करीब 30 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र तक डाक से भिजवा दिए, युवाओं को ट्रेनिंग पर भेजा। लेकिन जब असलियत सामने आई तो होश
सांकेतिक फोटो


बरेली, 09 जुलाई (हि.स.) । सचिवालय और सीआईएसएफ में नौकरी का सपना दिखाकर शातिर ठग ने प्रेमनगर निवासी एक व्यक्ति से करीब 30 लाख रुपये ठग लिए। आरोपी ने फर्जी नियुक्ति पत्र तक डाक से भिजवा दिए, युवाओं को ट्रेनिंग पर भेजा। लेकिन जब असलियत सामने आई तो होश उड़ गए। मामला एसएसपी तक पहुंचा, जिनके निर्देश पर प्रेमनगर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

राजेंद्र नगर निवासी अर्जुन पासवान ने बताया कि करीब छह महीने पहले वह रेलवे नगर, इज्जतनगर में मॉर्निंग वॉक पर गए थे, जहां कुन्दन कुमार नाम के युवक से मुलाकात हुई। कुन्दन झारखंड के धनबाद का रहने वाला है और उन दिनों बरेली में किसी रिश्तेदार के यहां रुका हुआ था। दाेनाें में धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी तो कुन्दन ने दावा किया कि उसकी पटना सचिवालय, पोस्ट ऑफिस और सीआईएसएफ में गहरी पहुंच है। वह नौकरी लगवा सकता है बस ‘थोड़ा सहयोग’ चाहिए। इस पर अर्जुन ने अपने बेटे विराट पासवान के नौकरी की बात की। इसके बाद कुन्दन ने कहा कि एक साथ नाम दो, काम जल्दी होगा। अर्जुन ने बिहार शरीफ में अपने मामा के घर रिश्तेदारों से बातचीत की और सुमित नंदन, राजीव कुमार, समीर राज, मुकेश कुमार, लव कुमार, दीपक पासवान और मेघा कुमारी के नाम दिए।

नौकरी की कुल डील 47 लाख रुपये में तय हुई। अर्जुन ने अलग-अलग तारीखों में फोन पे के जरिए 20 लाख, 19 हजार रुपये और 10 लाख नकद कुन्दन और उसके साथी मनोज कुमार को दिए। कुछ दिनों बाद कुन्दन ने सभी नामों के फर्जी नियुक्ति पत्र रजिस्टर्ड डाक से भिजवाए। किसी को सचिवालय में चपरासी, किसी को क्लर्क तो किसी को सीआईएसएफ में महिला कांस्टेबल की नौकरी दी गई। इतना ही नहीं, अभ्यर्थियों को अलग-अलग स्थानों पर ट्रेनिंग के लिए भी भेजा गया। वहां कहा गया कि नियुक्ति आदेश डाक से आएगा पर जब 15 दिन बीत गए और कोई खबर नहीं आई, तो अर्जुन ने कुन्दन से संपर्क करना चाहा। पहले बहाने बने, फिर अर्जुन का नंबर ब्लॉक कर दिया। ठगी का अहसास होते ही अर्जुन ने सीधे एसएसपी अनुराग आर्य से संपर्क किया। मामला गंभीर देख प्रेमनगर थाने को जांच के आदेश दिए गए। मंगलवार की देर शाम कुन्दन कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

प्रेमनगर इंस्पेक्टर आशुतोष रघुवंशी ने बुधवार काे बताया कि मामला बेहद संवेदनशील है। सभी दस्तावेज और ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है, जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार