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दंतेवाड़ा, 09 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में 28 लाख 50 हजार के इनामी 4 महिला नक्सली सहित 12 नक्सलियों ने बुधवार काे लोन वर्राटू अभियान के तहत दंतेवाड़ा एसपी गाैरव राॅय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पित नक्सलियों का आंकड़ा एक हजार पार करने पर दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने केक कटकर खुशी जाहिर की। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत 50-50 हजार रूपये की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधायें जैसे स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण, कृषि भूमि इत्यादि मुहैया कराई जाएगी। नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी,बस्तर फाईटर्स, आसूचना शाखा दंतेवाड़ा, आरएफटी (आसूचना शाखा) दंतेवाड़ा, 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ एवं 241वीं वाहिनी सीआरपीएफ बस्तर का योगदान रहा।
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुताबिक 12 आत्मसमर्पित नक्सलियों में आठ लाख की इनामी चंद्रना, गंगालूर (डीकेएसएम/पश्चिम बस्तर डिवीजन अध्यक्ष) तथा आठ लाख का इनामी अमित उर्फ हिंगा बारसा, जगरगुंडा (डीकेएसएम कंपनी नंबर 10 सदस्य) शामिल हैं। इनके साथ ही पांच लाख की इनामी अरुणा (डीकेएसएम मेडिकल टीम सदस्य), तीन लाख का इनामी देवा कवासी (लाइन नंबर 32 कमांडर), दो लाख का इनामी राजेश मड़काम (डीकेएसएम बीजापुर अध्यक्ष), एक लाख का इनामी पायके ओयाम (परिया कमेटी पार्टी सदस्य) तथा 50-50 हजार के इनामी कोसा सोढ़ी ईनमी(आरपीसी सदस्य), महेश लेकाम (आरपीसी सदस्य) तथा राजू करटाम (आरपीसी सदस्य) ने भी आत्मसमर्पण किया है।इनके अतिरिक्त साथ में हिड़मे कोवासी, जीबू उर्फ रोशन और अनिल लेकाम नामक नक्सलियों ने भी आत्मसमर्पण किया है, इन पर इनाम घोषित नहीं था।
उल्लेखनीय है कि जून 2020 में प्रारंभ हुए ‘लोन वर्राटू’ (घर वापसी) अभियान के अंतर्गत अब तक 1005 नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर आत्मसमर्पण कर चुके हैं, इनमें से 205 इनामी नक्सली भी शामिल है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पित व गिरफ्तार नक्सलियों तथा मुखबिरों से क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों की गहन पूछताछ कर नक्सल प्रोफाइल तैयार किया गया है। इसके पश्चात थानावार नक्सलियों की सूची तैयार कर संबंधित थाना, कैंपों एवं ग्राम पंचायतों में सक्रिय इनामी नक्सलियों के नाम चस्पा किए गए। इसी क्रम में ‘लोन वर्राटू’ अभियान को जून 2020 से दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत नक्सली संगठन में सक्रिय लोगों से मुख्यधारा में लौटकर सम्मानजनक जीवन जीने की लगातार अपील की जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे