Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भागलपुर, 4 जुलाई (हि.स.)। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में शुक्रवार को छात्रों का आक्रोश फूट पड़ा।
बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर वहां पहुंचे और विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ विरोध जताया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता कुणाल पांडे के नेतृत्व में छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक डॉ कृष्ण कुमार का घेराव करते हुए इंटरनल मूल्यांकन में गंभीर अनियमितता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मारवाड़ी कॉलेज में इंटरनल परीक्षा के कई छात्रों को जानबूझकर आधे या एक नंबर से फेल कर दिया गया है, जो कि पूरी तरह अन्यायपूर्ण है।
कुणाल पांडे ने आरोप लगाया कि परीक्षा लेने वालों को न तो सही गाइडलाइन दी गई थी और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए। उन्होंने कहा, जब पासिंग मार्क 13.5 तय है, तो आधा नंबर काटकर छात्रों को फेल कर देना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लेने के बावजूद उन्हें अनुपस्थित दिखा दिया गया है। इससे छात्रों की मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
छात्रों की मांग है कि इंटरनल मार्क्स की दोबारा निष्पक्ष जांच हो। अनुपस्थित दर्शाए गए छात्रों के मामले की जांच की जाए और इस पूरे मामले में जिम्मेदार शिक्षकों या अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए। परीक्षा नियंत्रक ने छात्रों की शिकायतें सुनीं और मामले की जांच का आश्वासन दिया। हालांकि छात्रों का कहना है कि अगर समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / बिजय शंकर