प्रधानमंत्री मोदी के नाम अब तक घाना समेत 25 देशों का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
नई दिल्ली, 4 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आठ दिवसीय विदेश यात्रा के दूसरे चरण में कैरिबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो में हैं। राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने प्रधानमंत्री मोदी को देश
अलग-अलग देशों से सम्मान प्राप्त करते पीएम मोदी


नई दिल्ली, 4 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आठ दिवसीय विदेश यात्रा के दूसरे चरण में कैरिबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो में हैं। राजधानी पोर्ट ऑफ स्पेन में त्रिनिदाद एंड टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर ने प्रधानमंत्री मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो’ से सम्मानित करने की घोषणा की। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में 180 वर्ष पूर्व त्रिनिदाद और टोबैगो में आए भारतीय मूल के लोगों के योगदान को याद किया।

इस यात्रा का पहला चरण पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना में था, जहां मोदी को ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान घाना सरकार ने भारत के साथ अपने मजबूत संबंधों और मोदी के नेतृत्व में भारत-अफ्रीका सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया था। घाना और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के सम्मान सहित अब तक प्रधानमंत्री मोदी को कुल 25 देशों द्वारा उनके सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। यह उपलब्धि भारतीय कूटनीति के इतिहास में सबसे अनूठी है।

प्रधानमंत्री मोदी को अब तक जिन 25 देशों ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया है, उनमें सऊदी अरब, अफगानिस्तान, फिलिस्तीन, संयुक्त अरब अमीरात, रूस, मालदीव, बहरीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, भूटान, पलाऊ, फिजी, पापुआ न्यू गिनी, मिस्र, फ्रांस, ग्रीस, नाइजीरिया, डोमिनिका, गुयाना, कुवैत, बारबाडोस, मॉरीशस, श्रीलंका, साइप्रस, घाना और त्रिनिदाद एंड टोबैगो शामिल हैं।

कब मिले यह पुरस्कार:-

1. सऊदी अरब (2016): किंग अब्दुलअजीज सैश

2. अफगानिस्तान (2016): स्टेट ऑर्डर ऑफ ग़ाज़ी आमिर अमानुल्लाह खान

3. फिलिस्तीन (2018): ग्रैंड कॉलर ऑफ द स्टेट ऑफ फिलिस्तीन

4. संयुक्त अरब अमीरात (2019): ऑर्डर ऑफ जायद

5. रूस (2019 में घोषणा, 2024 में प्रदान): ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल

6. मालदीव (2019): ऑर्डर ऑफ द डिस्टिंग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन

7. बहरीन (2019): किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां

8. संयुक्त राज्य अमेरिका (2020): लीजन ऑफ मेरिट (डिग्री चीफ कमांडर)

9. भूटान (2021 में घोषणा, 2024 में प्रदान): ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो

10. पलाऊ (2023): एबाकल पुरस्कार

11. फिजी (2023): कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ फिजी

12. पापुआ न्यू गिनी (2023): ग्रैंड कम्पेनियन ऑफ द ऑर्डर ऑफ लोगोहू

13. मिस्र (2023): ऑर्डर ऑफ द नाइल

14. फ्रांस (2023): ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर

15. ग्रीस (2023): ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर

16. नाइजीरिया (2024): ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर

17. डोमिनिका (2024): डोमिनिका अवार्ड ऑफ ऑनर

18. गुयाना (2024): द ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस

19. कुवैत (2024): ऑर्डर ऑफ मुबारक अल-कबीर

20. बारबाडोस (2025): द ऑर्डर ऑफ फ्रीडम

21. मॉरीशस (2025): ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन

22. श्रीलंका (2025): मित्र विभूषण

23. साइप्रस (2025): ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस तृतीय

24. घाना (2025): ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना

25. त्रिनिदाद एंड टोबैगो (2025 में घोषणा): द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो

ये सभी सम्मान विश्व समुदाय द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व, दृष्टिकोण और वैश्विक कूटनीति में उनकी सक्रिय भूमिका को मान्यता देने का प्रमाण हैं। मोदी की कूटनीति का सबसे बड़ा ध्येय भारत की धमक को वैश्विक मंच पर स्थापित करना रहा है। योग, आयुर्वेद, भारतीय संस्कृति और प्रवासी समुदाय के साथ मजबूत रिश्तों ने भारत को वैश्विक स्तर पर एक अनूठी पहचान दी है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, वैश्विक स्वास्थ्य, डिजिटल डिप्लोमेसी, आतंकवाद विरोध की आवाज बनने और भारत को एक सशक्त, विचारशील और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है। मोदी की विदेश नीति केवल औपचारिक द्विपक्षीय बैठकों तक सीमित नहीं रही है, बल्कि उन्होंने प्रवासी भारतीयों को भी हर मंच पर जोड़ने का कार्य किया है।

त्रिनिदाद और टोबैगो में ओसीआई कार्ड की घोषणा इस दिशा में एक और कदम है। यह न केवल प्रवासियों को भारत के साथ जोड़ता है, बल्कि उन्हें भारत की प्रगति में भागीदार बनने का अवसर भी देता है। त्रिनिदाद और टोबैगो में बसे भारतीय समुदाय ने वहां की संस्कृति को समृद्ध किया है और उनकी छठी पीढ़ी आज भी भारतीय मूल्यों को जीवित रखे हुए है।

घाना और त्रिनिदाद जैसे देशों में भारतीय प्रवासियों का योगदान भारत की वैश्विक साख का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ये समुदाय न केवल अपने-अपने देशों में भारत की सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखते हैं, बल्कि भारत और इन देशों के बीच आर्थिक, सामाजिक और कूटनीतिक संबंधों को भी मजबूत करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी को मिले इन 25 देशों के सर्वोच्च नागरिक सम्मान इस बात का प्रमाण है कि भारत न केवल एक आर्थिक और सामरिक शक्ति के रूप में उभर रहा है, बल्कि एक सांस्कृतिक और भावनात्मक शक्ति के रूप में भी अपनी पहचान बना रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / prashant shekhar