गोगाबील झील के पास एंटी-फ्लड स्लूइस गेट का निर्माण शुरू, 3.66 करोड़ की लागत से होगा विकास
कटिहार, 04 जुलाई (हि.स.)। कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड स्थित गोगाबील झील के समीप जल संसाधन विभाग द्वारा एंटी-फ्लड स्लूइस गेट का निर्माणकार्य शुरू कर दिया गया है। इस योजना पर कुल 3.66 करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है। गोगाबील झील अपनी प्राकृतिक सुंद
गोगाबील झील के पास एंटी-फ्लड स्लूइस गेट का निर्माण शुरू, 3.66 करोड़ की लागत से होगा विकास


कटिहार, 04 जुलाई (हि.स.)। कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड स्थित गोगाबील झील के समीप जल संसाधन विभाग द्वारा एंटी-फ्लड स्लूइस गेट का निर्माणकार्य शुरू कर दिया गया है। इस योजना पर कुल 3.66 करोड़ रुपये की लागत प्रस्तावित है। गोगाबील झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता के लिए जानी जाती है, जो 218 एकड़ भू-भाग में फैली हुई है।

इस परियोजना के तहत गोगाबील झील के जल निकासी बिंदु पर जलद्वार (स्लूइस गेट) का निर्माण किया जाएगा, जिससे झील में संतुलित जल का भंडारण सुनिश्चित हो सकेगा। इससे प्रवासी पक्षियों, जलीय जीव-जंतुओं और आसपास के जैव विविधताओं को संरक्षित करने में मदद मिलेगी। एंटी-फ्लड स्लूइस गेट के निर्माण से झील में सालों भर पानी की उपलब्धता बनी रहेगी और अतिरिक्त जल निकासी के साथ-साथ बाढ़ की समस्या का न्यूनीकरण हो सकेगा।

यह परियोजना कटिहार जिले के मनिहारी प्रखंड के ग्रामीणों के लिए भी लाभकारी सिद्ध होगी। इस योजना को अगले साल यानि जनवरी, 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित है। गोगाबील झील न केवल राज्य की एक प्रमुख प्राकृतिक आर्द्रभूमि है, बल्कि यह कई दुर्लभ और प्रवासी पक्षी प्रजातियों का आश्रय स्थल भी है। यहां साइबेरिया समेत अन्य देशों से करीब 300 प्रजाति के प्रवासी पक्षी आते हैं।

गोगाबील झील का संरक्षण और संवर्द्धन न केवल पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए भी लाभकारी होगा। इस परियोजना के पूरा होने से झील की प्राकृतिक सुंदरता और जैव विविधता को संरक्षित करने में मदद मिलेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / विनोद सिंह