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पटना, 31 जुलाई (हि.स.)। बिहार की राजधानी पटना के लाेगाें काे मेट्राें सेवा का लाभ उठाने के लिए अब और थाेड़ा इंतजार करना पड़ेगा,क्याेंकि बहुप्रतीक्षित मेट्रो रेल सेवा के शुभारंभ की तिथि अब आगे बढ़ गयी है। अब 15 अगस्त की जगह पर 23 अगस्त को इसके शुभारंभ हाेने की संभावना जताई जा रही है।
शुरुआती चरण में मेट्रो सेवा पांच की जगह तीन स्टेशनों से ही शुरू होगी, क्योंकि तकनीकी और परिचालन तैयारियों को अंतिम रूप देने में अतिरिक्त समय लग रहा है। बैरिया मेट्रो स्टेशन से रामचक बैरिया डिपो तक 6.49 किमी के प्राथमिक कॉरिडोर पर ट्रायल रन सफल रहा है।
नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने गुरुवार काे बताया कि अब तक 15 अगस्त को उद्घाटन की तैयारी की बात चल रही थी, लेकिन 23 अगस्त पर भी विचार किया जा रहा है। अंतिम फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समय-सुविधा के आधार पर लिया जाएगा।
पटना मेट्रो के पहले फेज में कुल पांच स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकड़ी शामिल है लेकिन, शुरुआत में मेट्रो सेवा न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ के बीच शुरू होगी. जबकि खेमनीचक और मलाही पकड़ी पर अभी काम अंतिम चरण में है।
जीवेश मिश्रा ने बताया कि यह प्रोजेक्ट चरणबद्ध तरीके से पूरा होगा, यानी जैसे-जैसे नए स्टेशन तैयार होंगे, वैसे-वैसे मेट्रो सेवा चालू कर दी जाएगी। जीवेश मिश्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि शुरूआती कॉरिडोर पर पटना मेट्रो का संचालन शुरू किया जायेगा, जिसकी लंबाई करीब 32 किलोमीटर है।
पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) के अधिकारियों के अनुसार, शुरुआती प्रायोरिटी कॉरिडोर के संचालन की दिशा में तैयारी ज़ोरों पर है। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई लगभग 32 किलोमीटर है, लेकिन पहले चरण में न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल और भूतनाथ स्टेशन के बीच मेट्रो सेवा शुरू की जाएगी।
महाराष्ट्र के पुणे से आया हुआ पहला मेट्रो रैक 20 जुलाई को पटना पहुंच चुका है और इस पर ट्रायल रन भी जारी है। हालांकि, लगातार हो रही बारिश के कारण ट्रायल प्रभावित हो रहा है, फिर भी तकनीकी टीमें सुबह-शाम मेट्रो को बैटरी से चलने वाले छोटे इंजन की मदद से दौड़ा रही हैं। जल्द ही इसे विद्युत लाइन से जोड़कर असली ट्रायल रन शुरू किया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि उद्घाटन के साथ कोई तकनीकी या परिचालन संकट सामने न आए।
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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी