उप्र: सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाने में एआई करेगा सहयोग
सतेंद्र कुमार सिंह प्रवर्तन अधिकारी


जौनपुर,31 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश जल्द ही सड़क दुर्घटनाओं के पीछे तकनीकी कारणों का पता लगाने के लिए एआई ऐप (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) का उपयोग करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की एआई और बिग-डाटा एनालिटिक्स आधारित सड़क सुरक्षा पायलट परियोजना को एनओसी प्रदान कर दी है।

इस नई तकनीक से न केवल दुर्घटनाओं के सटीक कारणों का पता लगाया जा सकेगा, बल्कि भविष्य में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में भी मदद मिलेगी। परिवहन विभाग ने इस प्रणाली के परीक्षण के आदेश जारी कर दिए हैं।जौनपुर में सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सरकार द्वारा एक विशेष ऐप विकसित किया गया है। यह ऐप भारत सरकार द्वारा जारी किया गया है और उत्तर प्रदेश इसे लागू करने वाला पहला राज्य है। इस ऐप से आम नागरिकों को भी सरकारी जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी।

इस सम्बन्ध में हिंदुस्थान समाचार से बात करते हुए गुरुवार को एआरटीओ प्रवर्तन सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यह ऐप दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में घटनाओं को रोकने में सहायक होगा। उन्होंने बताया कि अधिकांश दुर्घटनाएं अत्यधिक तेज गति से चलने वाली गाड़ियों और ओवरलोडेड वाहनों के कारण होती हैं।

नई प्रणाली में, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों का डाटा एआई स्वयं सत्यापित करेगा और दुर्घटना के कारणों का विश्लेषण करेगा। इस रिपोर्ट के आधार पर विभाग आगे की कार्रवाई करेगा जिससे दुर्घटनाओं को कम किया जा सके। पहले जो विश्लेषण मानवीय और भौतिक रूप से किया जाता था, अब वह एआई ऐप से संभव होगा।

हिन्दुस्थान समाचार / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव