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नालंदा, 31 जुलाई (हि.स.)।
जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय सभागार में गुरुवार को समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा जिला कृषि पदाधिकारी को निदेशित किया गया कि खरीफ मौसम प्रारंभ हो चुका है। जिले भर में सामान्य वर्षापात होने के कारण धान की रोपनी बड़े पैमाने पर किया गया है। जिसमें उर्वरकों की आवश्यकता भी अत्यधिक रहती है, आवश्यकता है कि ग्राउंड लेवल के किसानों तक सुगमतापूर्वक ससमय, निर्धारित मूल्य पर उर्वरक उपलब्ध कराये।
उन्होंने कहा कि जिलेभर में उर्वरक के परिचालन पर सतत् निगरानी एवं प्रभावकारी अनुश्रवण किये जाने कृषि टास्क फोर्स का गठन किया गया है इस निमित जिला स्तर पर कार्रवाई किया जाना आवश्यक है। जिसमें सर्वप्रथम जिले में सोमवार को आयोजित होने वाली कृषि टॉस्क फोर्स की बैठक में उर्वरक के परिचालन एवं वितरण का नियमित रूप से समीक्षा किया जायेगा। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा उर्वरक के प्रखण्डवार उपावंटन की भी समीक्षा की जायेगी।
उन्होंने कहा कि रेक प्वाईंट से खुदरा उर्वरक विक्रेता के प्रतिष्ठान पर उर्वरक प्राप्त होते ही भौतिक सत्यापन करा लिया जायेगा।. उर्वरक प्रतिष्ठान के पॉस में प्रदर्शित उर्वरक की मात्रा एवं भौतिक रूप से उपलब्ध उर्वरक की मात्रा का सत्यापन प्राथमिकता के आधार पर कराया जाय। किसी प्रकार की अनियमितता प्रतिवेदित हाने पर नियमानुसार कार्रवाई की समीक्षा की जायेगा।
जिले में उर्वरक की कालाबाजारी को रोकने एवं अधिक मूल्य पर विक्रय पर प्रभावी नियंत्रण हेतु कृषि विभाग के पदाधिकारी के साथ जिला प्रशासन के पदाधिकारी का जाँच दल गठन कर नियमित रूप से उर्वरक प्रतिष्ठानों का छापामारी कराया जायेगा। अनियमितता प्रतिवेदित होने पर प्रतिष्ठान के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की भी समीक्षा की जायेगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / प्रमोद पांडे