जींद : हत्या के केस में गवाह अधिवक्ता को जेल से फोन पर मिली धमकी
सिविल लाइन थाना।


जींद, 31 जुलाई (हि.स.)। अधिवक्ता विनोद बंसल को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। एडवोकेट का आरोप है कि जेल के अंदर बंद बदमाश प्रदीप उर्फ गट्टा ने धमकी देते हुए कहा कि तेरे दो भाइयों की हम हत्या कर चुके हैं और अब तेरी बारी है। एडवोकेट दोनों मर्डर का गवाह है और केस भी खुद ही लड़ रहा है। उसे केस वापस लेने को लेकर धमकी दी गई है। सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धमकी देने वाला आरोपी एडवोकेट के बड़े भाई के मर्डर में मुख्य आरोपी है।

सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत देते हुए जींद के अधिवक्ता विनोद बंसल ने गुरूवार को बताया कि वह 30 जुलाई को सुबह अपने चैंबर में मौजूद थे, तो उसके मोबाइल पर एक कॉल आई जोकि ट्रूकॉलर पर कॉलर का नाम प्रदीप लिखा आया था। उसने कॉल अटेंड की तो कॉल करने वाले ने उसे गंदी गलियां देते हुए धमकी दी कि 10 दिन के अंदर तुझे और तेरे परिवार को भी तेरे भाई की तरह ही गोलियां मारकर खत्म कर देंगे। फिर 11 बजकर 22 मिनट पर उसी नंबर से कॉल आई और फिर से गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी और अपना नाम प्रदीप गट्टा बताया और कहा कि उसके भाई को भी उसने और बलजीत पोकरी खेड़ी वगैरा ने मारा था और अब तेरा और तेरे परिवार का नंबर है।

इसके बाद एक बजकर 10 मिनट पर भी कई बार उसे कॉल करके धमकी दी और इस बार कॉल करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि वह प्रदीप गट्टा का भाई बोल रहा है। विनोद बंसल ने बताया कि 16 अप्रैल 2016 को बलजीत पोकरीखेड़ी व धर्मेंद्र पहलवान गैंग ने उसके बड़े भाई पुरुषोतम को आपराधिक षडयंत्र रचकर किराए के शूटरों से गोली मरवा दी थी। पुरुषोतम की बाद में मौत हो गई थी। इस केस में बलजीत, धर्मेंद्र गैंग व इनके शूटरों को सजा हो चुकी है। उस केस में अदालत से फरार होकर व जमानत पर बाहर आकर फिर से 23 नवंबर 2021 को बलजीत, धर्मेंद्र गैंग ने अपने तीन शूटरों से उसके दूसरे बड़े भाई श्याम सुंदर बंसल की 9 गोलियां मार कर हत्या कर दी थी।

इसका थाना शहर जींद में मामला दर्ज है। इस मामले में प्रदीप उर्फ ग‌ट्टा शूटर भी आरोपी है, जो इस समय जींद जेल में बंद है। विनोद बंसल और उसके परिवार को पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा दी हुई है। विनोद बंसल ने आशंका जताई है कि किसी भी वक्त उस पर व उसके परिवार पर ये गैंग जानलेवा हमला कर सकता है। इस गैंग पर 50 से अधिक हत्याओं, डकैती, अपहरण, हत्या प्रयास, टाडा, एके 47 रखने, बुलेट प्रूफ जैकेट के मुकद्में दर्ज हो चुके हैं। विनोद बंसल का कहना है कि ये गैंग उन्हें डरा कर अपने केसों की पैरवी से पीछे हटाना चाहता है। पुलिस विभाग द्वारा दी गई सुरक्षा नाकाफी है। ज्यादातर समय गनमैन मोबाइल चलाते रहते हैं और ड्यूटी से नदारद रहते हैं। पुलिस ने प्रदीप गट्टा और उसके भाई के खिलाफ बीएनएस की धारा 232, 296, 351 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा