(अपडेट) राज्यपाल की कोटड़ा यात्रा: शिक्षा, पोषण और स्वावलंबन के संदेश के साथ जनसंवाद
राज्यपाल की कोटड़ा यात्रा: शिक्षा, पोषण और स्वावलंबन के संदेश के साथ जनसंवाद


बच्चों से बोले– कितनी भी कठिनाई हो, स्कूल जाना मत छोड़ो; योजनाओं की पहुँच का लिया फीडबैक

उदयपुर, 31 जुलाई (हि.स.)। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने अपने दो दिवसीय प्रवास के तहत गुरुवार को जनजाति बहुल कोटड़ा में आदिवासी छात्रों, ग्रामीणों और महिला समूहों से सीधा संवाद किया। एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने बच्चों से अपील की कि चाहे कैसी भी परिस्थितियां हों, स्कूल जाना न छोड़ें। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही समाज के उत्थान और रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम है, विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में जहां संसाधनों की सीमाएं हैं।

राज्यपाल ने कहा कि कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने के उपरांत उन्होंने यह तय किया कि योजनाओं का लाभ जमीनी स्तर तक किस हद तक पहुंच रहा है, इसका आकलन वे स्वयं गांवों में जाकर करेंगे। उन्होंने आयुष्मान भारत, जनधन योजना, खाद्य सुरक्षा योजना और सौर ऊर्जा सब्सिडी जैसी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जिन तक योजनाएं नहीं पहुंची हैं, उन्हें भी जोड़ना हम सबकी जिम्मेदारी है।

उन्होंने कुपोषण पर चिंता जताते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों से नियमित पोषण सामग्री लेने और बच्चों में कम से कम तीन वर्ष का अंतर रखने की सलाह दी। युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर और सजग मस्तिष्क से ही समाज की सही दिशा तय होती है।

राज्यपाल ने राजीविका स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया और महिलाओं की उद्यमिता की सराहना की। उन्होंने कहा कि अन्य महिलाएं भी इससे प्रेरणा लें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें। चिकित्सा शिविर का भी निरीक्षण कर उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का जायज़ा लिया।

लाभार्थियों से संवाद के दौरान उन्होंने विशेष तौर पर बेटियों की शिक्षा पूर्ण होने तक विवाह न करने की सलाह दी। उन्होंने छात्रा आरती पटेल से बातचीत में कहा कि प्रशासनिक सेवा में चयन तक विवाह की जल्दी न करें, पूरी पढ़ाई करें।

नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास के दौरे में उन्होंने छात्राओं से संवाद किया। 10वीं की रवीना खैर के सवाल “सफलता कैसे पाएं” के उत्तर में उन्होंने कहा कि सफलता के लिए पढ़ाई पूरी करना जरूरी है। वातावरण की भूमिका बहुत बड़ी होती है, इसलिए घर में पढ़ाई का माहौल बनाएं। पाठ्यपुस्तकों के अलावा अन्य किताबें भी पढ़ें।

कार्यक्रम में जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि कोटड़ा जैसे वनवर्ती क्षेत्रों में बिजली, सड़क जैसी सुविधाएं पहुंच रही हैं, और अब हमें इन क्षेत्रों के लिए विशेष विकास उपाय खोजने होंगे। राज्यपाल ने हरियालो राजस्थान अभियान के तहत विद्यालय परिसर में पौधारोपण कर सभी से पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेने की अपील भी की।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता