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जींद, 31 जुलाई (हि.स.)। जिला पुलिस द्वारा साइबर अपराधों की रोकथाम एवं जन जागरूकता हेतु निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह के दिशा-निर्देशानुसार जिलेभर में साइबर ठगी के विभिन्न तरीकों के प्रति नागरिकों को सचेत किया जा रहा है। विशेष रूप से सोशल मीडिया ग्रुपों में हो रहे नकली करेंसी लेनदेन एवं डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी के मामलों को ध्यान में रखा जा रहा है।
वर्तमान में साइबर अपराधी व्हाट्सअप, टेलीग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया ग्रुपों में शामिल होकर स्वयं को सेना का अधिकारी, बैंक कर्मी या व्यापारी दर्शाते हैं। ये अपराधी लोगों को नकली करेंसी की बिक्री, पुराने नोटों का सस्ते दामों पर एक्सचेंज, डिजिटल पेमेंट (पेटीएम, गूगल पे) आदि के माध्यम से विशेष ऑफर देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं। लोग इन पर विश्वास करके धनराशि स्थानांतरित कर देते हैं, जिसके पश्चात अपराधी संपर्क से बाहर हो जाते हैं। जिससे आमजन को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है।
एसपी कुलदीप सिंह ने कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति या ग्रुप के साथ करेंसी अथवा पैसों से संबंधित लेनदेन न करें। सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे संदिग्ध क्यूआर कोड या बैंक विवरणों पर किसी भी प्रकार का भुगतान न करें। नकली ऑफर जैसे सस्ते नोट, पुराने नोट बदलने अथवा निवेश योजनाओं से संबंधित प्रलोभनों से सतर्क रहें।
किसी भी अज्ञात लिंक, मोबाइल एप्लिकेशन अथवा सॉफ्टवेयर को डाउनलोड न करें। अपनी बैंकिंग, व्यक्तिगत जानकारी किसी भी व्यक्ति से साझा न करें। साइबर सुरक्षा को लेकर पुलिस द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिले के विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं पंचायत स्तर पर साइबर सुरक्षा जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। नागरिकों को राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 तथा साइबर क्राइम पोर्टल डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन की जानकारी दी जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा