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हिसार, 31 जुलाई (हि.स.)। भाजपा नेता सुरेश गोयल धूपवाला ने कहा है विशेष एनआईए अदालत द्वारा मालेगांव बम धमाका मामले में पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर समेत सभी सात आरोपियों को बरी किया जाना एक अत्यंत महत्वपूर्ण और भावनात्मक निर्णय है। यह निर्णय न केवल इन निर्दोषों के लिए न्याय की बहाली है, बल्कि उस झूठे नैरेटिव के भी अंत का संकेत है, जिसे तथाकथित भगवां आतंकवाद कहकर प्रचारित किया गया।सुरेश गोयल ने फैसले का हवाला देते हुए गुरुवार काे कहा कि अदालत ने माना कि जांच प्रक्रिया में गंभीर त्रुटियां थीं। यह न्यायिक टिप्पणी अत्यंत गंभीर है, जो दर्शाती है कि राजनीतिक या वैचारिक कारणों से जांच एजेंसियां किस हद तक जाकर किसी निर्दोष को अपराधी साबित करने का प्रयास कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला उन तमाम निर्दोष नागरिकों के दर्द की भी गवाही देता है, जिन्हें बिना किसी दोष के वर्षों तक यातनाएं झेलनी पड़ीं, अपमान सहना पड़ा। उन्हें सामाजिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। उन्होंने कहा की अब समय आ गया है कि जो अधिकारी और जिम्मेदार लोग इस फर्जीवाड़े के लिए उत्तरदायी हैं, उन्हें कानून के कठघरे में लाया जाए। सच्चे लोकतंत्र में दोषियों को सजा और निर्दोषों को सम्मान मिलना ही न्याय कहलाता है। मालेगांव केस का यह फैसला न्यायिक प्रणाली की आत्मा में विश्वास को और दृढ़ करता है।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर