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अंबिकापुर, 31 जुलाई (हि.स.)। सरगुजा जिले के सीतापुर वनपरिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम देवगढ़ (बखरीपारा) में आज गुरुवार सुबह खेत में काम कर रहे एक किसान की जान जंगली हाथियों ने ले ली। यह घटना सुबह करीब 6 बजे की है, जब 55 वर्षीय किसान मोहरसाय पैंकरा अपने खेत में पानी पटाने गया था। अचानक दो जंगली हाथियों ने खेत में दस्तक दी और किसान पर हमला कर दिया।
हमले के दौरान मोहरसाय ने जान बचाने की कोशिश की, लेकिन हाथियों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया और बेरहमी से पैरों तले कुचल डाला। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और बाद में परिजनों को सौंप दिया गया।
वन विभाग द्वारा पीड़ित परिवार को तत्काल सहायता के रूप में 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया। यह चेक पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रभात खलखो और भाजपा मंडल महामंत्री संगीता कंसारी ने मृतक की पत्नी को सौंपा। इस दौरान सरपंच सुभाष उरांव, एसडीओ फॉरेस्ट पी.एस. मिश्रा, रेंजर राजेश यादव समेत वन अमला मौजूद रहा।
वनपरिक्षेत्राधिकारी विजय कुमार तिवारी ने बताया कि हाथी हमले से हुई मृत्यु के मामलों में 6 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान है। फिलहाल तात्कालिक सहायता दी गई है, शेष राशि एक सप्ताह के भीतर उपलब्ध कराई जाएगी।
गौरतलब है कि यह दो सदस्यीय हाथियों का दल पहली बार देवगढ़ क्षेत्र में देखा गया है। इससे पहले ये ग्राम ललितपुर में वन विभाग की निगरानी में थे, लेकिन रात के अंधेरे में भटकते हुए देवगढ़ की ओर बढ़ गए। सुबह खेत में पानी पटाते समय मोहरसाय से उनका सामना हो गया और दुर्भाग्यवश यह जानलेवा साबित हुआ।
देवगढ़ क्षेत्र में इससे पहले कभी हाथियों की आवाजाही नहीं देखी गई थी, यही वजह रही कि न तो गांववाले सतर्क थे और न ही किसी खतरे की आशंका थी। घटना के बाद दोनों हाथी महुआबथान, कोरवापारा इलाके में डेरा डाले हुए हैं और वन विभाग की टीम सतत निगरानी में जुटी हुई है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पारस नाथ सिंह