लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यमुना और बेतवा नदियां आईं उफान पर
लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यमुना और बेतवा नदिया आई उफान पर


लगातार दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती दर्जनों गांवों में टेंशन बढ़ाडीएम ने अफसरों के साथ बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों का लिया जायजाहमीरपुर 30 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में माताटीला समेत अन्य डैमों से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से यहां यमुना और बेतवा नदियां अब बाढ़ के मुहाने आ गई है। लगातार दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने से तटवर्ती दर्जनों गांवों में हलचल मच गई है। कल गुरुवार सुबह तक दोनों नदियां लाल निशान पार कर सकती हैं जिसे लेकर बुधवार को शाम डीएम ने अफसरों के साथ बाढ़ से प्रभावित होने वाले इलाकों का निरीक्षण कर सर्तकता बरतने के निर्देश दिए है।

बता दे कि पिछले कई दिनों से लगातार बारिश होने से यहां जनजीवन अस्तव्यस्त होता जा रहा है। बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश में लगातार बारिश होने से माताटीला समेत तमाम बांध पानी से फुल हो चुके हैं। आज तमाम बांधों से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने से अब हमीरपुर में यमुना और बेतवा नदियां उफान पर आ गई है। मौदहा बांध निर्माण खंड के सहायक अभियंता सर्वजीत वर्मा ने बताया कि राजघाट से तीन लाख सत्ताइस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है वहीं माताटीला डैम से तीन लाख दस हजार, लहचुरा डैम से तिरासी हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बताया कि कल गुरुवार तक दोनों नदियां खतरे के निशान को पार कर सकती है। यमुना नदी के खतरे का जलस्तर 103.630 मीटर है वहीं बेतवा नदी के खतरे का जलस्तर 104.540 मीटर है।

बुधवार को शाम यमुना नदी 102.250 मीटर पार कर गई है वहीं बेतवा नदी 101.650 मीटर ऊपर बह रही है। आज शाम जिलाधिकारी घनश्याम मीना, एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी, सीडीओ चन्द्रशेखर शुक्ला, मौदहा बांध के अधिशाषी अभियंता समेत तमाम अफसरों के साथ बाढ़ से प्रभावित इलाकों का जायजा लेकर बाढ़ से निपटने के निर्देश दिए है। एडीएम फाइनेंस ने बताया कि बाढ़ को देखते यहां सभी स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई है। बाढ़ चौकियां अलर्ट मोड पर है। दोनों नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। बाढ़ से निपटने के लिए पीएसी मूमेंट पर है।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा