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प्रयागराज, 30 जुलाई (हि.स.)। सात राज्यों का प्रतिनिधित्व करने वाले उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र को अब नया पूर्णकालिक निदेशक मिल गया है। वरिष्ठ रंगकर्मी सुदेश शर्मा ने बुधवार को प्रयागराज स्थित केंद्र में निदेशक पद का कार्यभार ग्रहण कर लिया। अब तक इस पद का अतिरिक्त कार्यभार कोलकाता स्थित पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक आशीष गिरी के पास था।
सुदेश शर्मा इससे पूर्व संगीत नाटक अकादमी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। एक प्रशंसित अभिनेता, निर्देशक, सेट डिजाइनर, आकाशवाणी व दूरदर्शन के कलाकार और चंडीगढ़ स्थित प्रसिद्ध नाट्य समूह ’थिएटर फॉर थिएटर’ के संस्थापक के रूप में उन्होंने भारतीय रंगमंच को समृद्ध किया है। वर्तमान में वे भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति के सदस्य भी हैं।
अपने नाट्य निर्देशन के सफर में उन्होंने 40 से अधिक नाटकों का निर्देशन किया और देश-विदेश में 5000 से ज्यादा नाट्य प्रस्तुतियों में अभिनेता या निर्देशक के रूप में हिस्सा लिया है। उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए उन्हें 2002 में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी द्वारा सफदर हाशमी पुरस्कार, हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा गौरव व पंडित लखमी चंद पुरस्कार और 2001 में पंजाब कला केंद्र द्वारा प्रतिष्ठित बलराज साहनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उनके द्वारा निर्देशित प्रमुख नाटकों में “दुल्ला भट्टी“, “लोहाकूट“, “बल्डे टिब्बे“, “वीकएंड“, “डेढ़ इंच ऊपर“, “चेहरे“, “कोर्ट मार्शल“, “आधी रात के बाद“, “एक मामूली आदमी“, “संध्या छाया“, “किसी परसाई के“, और “सुक्के पत्तन“ जैसे नाट्य प्रस्तुतियां शामिल हैं।
सुदेश शर्मा के निदेशक बनने पर प्रयागराज सहित पूरे सांस्कृतिक क्षेत्र के रंगकर्मियों में हर्ष की लहर है। पदभार ग्रहण के अवसर पर केंद्र के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र