(अपडेट) इंडीक्यूब स्पेसेज की कमजोर लिस्टिंग से घाटे में आईपीओ निवेशक
इंडीक्यूब स्पेसेज की कमजोर लिस्टिंग से आईपीओ निवेशक निराश


नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.स.)। वर्कप्लेस सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली कंपनी इंडिक्यूब स्पेसेज के शेयरों ने आज स्टॉक मार्केट में कमजोर एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को निराश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 237 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे।

एनएसई पर इसकी एंट्री करीब 8.86 प्रतिशत डिस्काउंट के साथ 216 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद बिकवाली शुरू हो जाने के कारण कंपनी के शेयर गिरकर 201.6 रुपये के स्तर तक पहुंच गए। हालांकि, बाद में लिवाली का सपोर्ट मिलने पर इन शेयरों ने 222.97 रुपये के स्तर तक छलांग भी लगाई। पूरे दिन के कारोबार के बाद इंडीक्यूब स्पेसेज के शेयर 19.03 रुपये की गिरावट के साथ 217.97 रुपये के स्तर पर बंद हुए। इस तरह पहले दिन के कारोबार के बाद कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 8.03 प्रतिशत का नुकसान हो गया।

इंडिक्यूब स्पेसेज का 700 करोड़ रुपये का आईपीओ 23 से 25 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसमें से 650 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए थे, जबकि 50 करोड़ रुपये के शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के जरिए बेचे गए थे। ये ऑफर फॉर सेल कंपनी के प्रमोटर्स और फाउंडर्स ऋषि दास और मेघना अग्रवाल की ओर से लाया गया था। आईपीओ के तहत नए शेयरों की बिक्री से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपने कस्टमर्स के लिए नए वर्किंग स्पेस का इंतजाम करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

इंडिक्यूब स्पेसेज के प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक 31 मार्च 2025 तक कंपनी के पास 15 भारतीय शहरों में 115 सेंटर्स थे, जो 8.40 मिलियन वर्ग फुट एरिया और 1,86,719 सीटिंग कैपेसिटी मैनेज करते हैं। कंपनी आने वाले समय में अपने कमर्शियल रियल एस्टेट पोर्टफोलियो को बड़े पैमाने और भौगोलिक स्तर पर विस्तार देने की योजना बना रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / योगिता पाठक