भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री, जल्द बनेगा नंबर वन : गडकरी
नितिन गडकरी


नई दिल्ली, 30 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताया। उन्होंने कहा कि यह उद्योग देश में सबसे अधिक रोजगार देने वाले क्षेत्रों में से एक है।

उन्होंने कहा कि भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इंडस्ट्री बन चुकी है। पहले यह इंडस्ट्री 7वें स्थान पर थी, लेकिन अब यह जापान को पीछे छोड़ चुकी है। अमेरिका की ऑटो इंडस्ट्री का आकार लगभग 78 लाख करोड़ रुपये है, चीन की 49 लाख करोड़ और भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का आकार अब 22 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। यह उद्योग देश के 4 करोड़ युवाओं को रोजगार देता है और 4.3 लाख करोड़ रुपये के आयात से जुड़ा है।

उन्होंने कहा कि यह इंडस्ट्री राज्य और केंद्र सरकार दोनों को सबसे अधिक जीएसटी राजस्व प्रदान करती है। देश की आर्थिक वृद्धि में इसकी अहम भूमिका है। सरकार का मिशन है कि इस उद्योग को दुनिया का नंबर एक बनाना है। जिस रफ्तार से यह उद्योग आगे बढ़ रहा है, वह दिन दूर नहीं जब भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री वैश्विक स्तर पर पहले स्थान पर होगी।

उन्होंने कहा कि अब यह उद्योग केवल पारंपरिक ईंधनों तक सीमित नहीं रह गया है, बल्कि इसमें इलेक्ट्रिक, एथेनॉल, मेथेनॉल, डीजल, एलएनजी, सीएनजी और हाइड्रोजन जैसे विकल्पों पर भी तेजी से काम हो रहा है। स्टार्टअप्स, रिसर्च और इनोवेशन इस सेक्टर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं।

गडकरी ने कहा कि आज भारत में दोपहिया वाहनों का लगभग 50 प्रतिशत उत्पादन निर्यात किया जा रहा है। बजाज, टीवीएस, हीरो और होंडा जैसी कंपनियां वैश्विक बाजार में भारत का नाम रोशन कर रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस दृष्टि का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण भारत को दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का है। भारत में आज जिस तरह से रिसर्च, डिजाइन और गुणवत्ता में सुधार हुआ है, उसकी वजह से पूरी दुनिया भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर का सम्मान कर रही है।

उन्होंने 'भारत एन-कैप' की शुरुआत की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत अब वर्ल्ड क्लास सेफ्टी स्टैंडर्ड्स को अपना चुका है और वैश्विक स्तर पर पुरस्कार भी प्राप्त कर रहा है। आज दुनियाभर की ऑटोमोबाइल कंपनियां भारत में अपनी कारों की टेस्टिंग करवा रही हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / प्रशांत शेखर