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जयपुर, 30 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में हो रही मूसलाधार बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। सवाई माधोपुर, बारां, कोटा, बूंदी, झालावाड़ और प्रतापगढ़ जिले भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने बुधवार को इन छह जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर को छोड़कर शेष जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन 14 जिलों में बुधवार को स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
सवाई माधोपुर जिले में मंगलवार देर रात से शुरू हुई बारिश ने शहर को जलमग्न कर दिया है। कई रिहायशी इलाकों में पांच फीट तक पानी भर चुका है। पानी के तेज बहाव के चलते सड़कों पर खड़ी गाड़ियां एक-दूसरे पर चढ़ गईं। शहर के विभिन्न हिस्सों में राहत और बचाव कार्य के लिए बुधवार सुबह से रेस्क्यू टीमें तैनात हैं। बारिश का असर रेलवे यातायात पर भी पड़ा है। सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन की पटरियां जलमग्न हो गई हैं। प्लेटफॉर्म नंबर दो पर ट्रेन संख्या 22674 को आने में बीस मिनट तक का समय लगा, जबकि ट्रेन संख्या 12979, 14814 और 12059 को स्टेशन के आउटर पर रोकना पड़ा।
सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय से करीब 12 किलोमीटर दूर बोदल क्षेत्र में नेशनल हाइवे-552 पर स्थित औगाड़ पुलिया तेज बहाव में बह गई है। नतीजतन सवाई माधोपुर-श्योपुर मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है और राजस्थान का मध्यप्रदेश से सड़क संपर्क टूट गया है। उल्लेखनीय है कि इस पुलिया का निरीक्षण हाल ही में राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा और खंडार विधायक जितेंद्र गोठवाल ने किया था। विधायक ने पुलिया निर्माण की अनुमति को लेकर तत्काल निर्णय लेने की मांग की थी, जिस पर वन मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक एनओसी जारी करने के निर्देश भी दिए थे। अब पुलिया के बहने से यह मार्ग अघोषित रूप से बंद हो चुका है।
जयपुर में बुधवार सुबह से रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी है। सड़कों पर जलजमाव और धीमी रफ्तार से ट्रैफिक प्रभावित हुआ है। बीते 24 घंटों में बारां, भरतपुर, अलवर, और सवाई माधोपुर सहित कई जिलों में 1 से 3 इंच तक वर्षा रिकॉर्ड की गई है। भारी बारिश के कारण कई बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं और कई छोटे गांवों व कस्बों का संपर्क कट गया है।
मौसम विज्ञान केन्द्र, जयपुर के अनुसार बंगाल की खाड़ी से बना सिस्टम अब कमजोर होकर राजस्थान में लो-प्रेशर ज़ोन में तब्दील हो गया है, जो फिलहाल राज्य के दक्षिण-पूर्वी भागों में सक्रिय है। मानसून की ट्रफ लाइन अभी श्रीगंगानगर, दिल्ली होते हुए गुजर रही है, जिससे आगामी 48 घंटे भी राज्य के लिए चुनौतीपूर्ण रहने की संभावना जताई गई है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पारीक