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पौड़ी गढ़वाल, 30 जुलाई (हि.स.)। सहजन की खेती से किसानों की आर्थिकी मजबूत की जाएगी। सिविल एवं सोयम वन प्रभाग ने सहजन की खेती से किसानों को फायदा दिलाने के लिए काम शुरू कर दिया है। वन विभाग ने नयालगढ़ नर्सरी में उगाई गई सहजन की पौध किसानों को वितरित की है। वन विभाग के अफसरों का कहना है कि औषधीय गुणों से भरपूर सहजन की खेती से आने वाले दिनों में किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी।
बुधवार को नयालगढ़ में सिविल सोयम वन प्रभाग ने किसानों को सहजन की तीन प्रजाति की पौध वितरित की गई। कार्यक्रम में किसानों को सहजन की खेती करने की तकनीक के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान डीएफओ सिविल एवं सोयम वन प्रभाग पवन नेगी ने किसानों को बताया कि विभाग ने नयालगढ़ नर्सरी में सहजन की पौध उगाई थी। आजीविका संवर्धन के लिए सहजन की पौध आसपास के किसानों को वितरित की जा रही है। बताया कि सहजन एक औषधीय पौधा है। इसके फल, फूल, पत्ती, छाल के साथ ही हर भाग को प्रयोग में लाया जाता है।
इसकी हरी फलियां सब्जी के रूप में उपयोग की जाती है। बताया कि नयालगढ़ क्षेत्र की जलवायु सहजन की खेती के लिए उपयुक्त है। कहा कि नयालगढ़ के आसपास गांवों में सहजन की खेती से किसानों की आर्थिकी मजबूत करने को लेकर आगे भी किसानों को सहजन की पौध वितरित की जाएगी। इस मौके पर चडीगांव, ढामकेश्वर से आए किसान मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह