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धमतरी, 30 जुलाई (हि.स.)। राखी पर्व की तैयारियां जोर-जोर से चल रही है। इस साल यह पर्व नौ अगस्त को मनाया जाएगा। पर्व को लेकर धमतरी शहर के बाजार सज गए हैं। बाजार में तरह-तरह की रंगबिरंगी राखियां बिक रही है। धमतरी मुख्य डाकघर से राखी भेजने का सिलसिला अभी भी चल रहा है। धमतरी शहर से बहने छग के विभिन्न जिलों सहित विदेश तक राखियां भेज रही हैं। राखी भेजने अभी भी डाकघर में भीड़ लग रही है।
धमतरी शहर में राखी को लेकर शहर में बाजार सज गया है। बहनें अपने भाइयों के लिए राखी खरीदने बाजार पहुंच रही हैं। शहर में सजे स्टालों में भीड़ दिखाई दे रही है। देश में निर्मित पारंपरिक राखियां, फैंसी राखियां, कार्टून राखी, रस्सी राखी, मोती, रूद्राक्ष, कुलमी माला राखी की बिक्री खूब हो रही है। बाजार में राखियां खरीदने बहने पहुंच रही हैं। राखी विक्रेता आकाश बोधवानी ने बताया कि ग्राहकों की मांग पर इस बार देशी राखियां मंगवाई हैं। जिसमें रंगबिरंगे कलर, आकर्षक डिजाइन, बजट के अंदर की राखी लोगों को खूब लुभा रही है। इस बार माहभर पहले से ही माल मंगवा लिया गया है। राखी का त्योहार 10 दिन शेष है इसलिए दूर-दराज में रहने वाले भाइयों के लिए बहने राखी खरीद रही हैं। बाजार में 10 रुपये से लेकर 300 रुपये तक राखियां उपलब्ध हैं। बाजार में लोग अपनी पसंद और बजट के अनुसार राखी खरीद रहे हैं। ज्यादातर राखियां राजस्थान, जयपुर, कश्मीर, कोलकता, राजकोट, गुजरात, दिल्ली से मंगाई गई हैं। शहर के घड़ी चौक, गोलबाजार, रामबाग, रूद्री रोड, सिहावा रोड, बस्तर रोड पर टेंट लगाकर राखी की दुकान सजी है। बाजार में आर्टिफिशियल, तेज चमक और फैंसी राखी को डिमांड बढ़ गई है। जड़ी राखी की खूब डिमांड है।
देश-विदेश तक भेजी जा रही राखियां
धमतरी मुख्य डाकघर से देश-विदेश तक राखियां भेजी जा रही है। डाकघर से मिली जानकारी के अनुसार धमतरी जिले के मुख्य डाकघर से भारत के अलग-अलग राज्यों में राखी भेजी जाती है, वहीं भारत के बाहर विदेश में भी राखी हर साल जाती है। राखी पर्व के लिए माहभर पूर्व से राखियां भेजी जा रही है। धमतरी से कनाडा, अमेरिका, मैक्सिको, इंग्लैंड, कम्बोडिया, यूएई, मालदीप, अरब, कैलिफोर्निया, कतर देशों में डाक पहुंचती हैं। इन देशों में निवास कर रहे परिजनों व भाई-बहनों को राखी भेजी जा रही है। राखी मिलने में करीब 15 दिन से अधिक समय लग जाता है। इस कारण कई लोगों ने माहभर पूर्व से राखियां यहां से भेजी है। जिले से हर साल विदेशों में एक हजार से अधिक राखी भेजी जाती है, वहीं हजारों राखी विदेश से धमतरी भी आती है। भारत के अलग-अलग राज्यों में 50 हजार से अधिक राखी भेजी जाती है। लोगों के घरों तक समय पर राखी पहुंचाने के लिए डाकिया को अलग से नियुक्त किया गया है। डाकिया राखी के डाक को प्राथमिकता के साथ लोगों के घरों तक पहुंचा रहे हैं। राखी के दिन भी पहुंचाने का काम करेंगे, ताकि परिजनों को राखी मिल सके। डाक को पहुंचाने का काम सरकारी गाड़ी से किया जा रहा है।
हिन्दुस्थान समाचार / रोशन सिन्हा