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पूर्वी सिंहभूम, 30 जुलाई (हि.स.)। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में बुधवार को जिला खनन टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में अवैध खनिज उत्खनन, परिवहन और भंडारण के विरुद्ध की गई कार्रवाई की समीक्षा की गई।
बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडेय, एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) भगीरथ प्रसाद, डीटीओ धनंजय, घाटशिला के एसडीएम एवं एसडीपीओ सुनील चंद्र, धालभूम के एसडीएम गौतम कुमार, डीएमओ सतीश नायक, डीएसपी भोला प्रसाद सहित अन्य विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे। अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारीगण वर्चुअल माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
बैठक में जानकारी दी गई कि पिछले एक माह में 28 छापेमारी अभियान चलाया गया। इसमें 921 टन खनिज और 25 वाहन जब्त किया गया। इस मामले में 11 प्राथमिकी दर्ज कराई गई और लगभग सात लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। हालांकि उपायुक्त ने इसे नाकाफी बताते हुए अभियान को और अधिक सघन और प्रभावी बनाने के निर्देश दिया।
उपायुक्त ने विशेष रूप से बहरागोड़ा और गुड़ांबादा अंचल में अवैध बालू खनन और परिवहन पर कड़ी निगरानी रखने को कहा। उन्होंने कहा कि किसी भी सूचना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए कठोर कार्रवाई की जाए। अवैध खनिज कारोबारियों पर की गई कार्रवाई परिणात्मक होनी चाहिए जिससे दोहराव रोका जा सके।
सभी विभागों को संयुक्त रूप से कार्य करते हुए सूचना तंत्र मजबूत करने और अवैध गतिविधियों पर सटीक कार्रवाई करने के निर्देश दिया गया। साथ ही अवैध ईंट भट्ठों और क्रशर इकाइयों की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की बात कही गई।
बैठक में नाबालिग श्रमिकों के उपयोग पर रोक, बंद खदानों में अवैध उत्खनन पर सतत निगरानी और सभी औद्योगिक गतिविधियों की पर्यावरणीय और श्रमिक सुरक्षा ऑडिट नियमित रूप से कराने पर बल दिया गया। उपायुक्त ने सभी औद्योगिक इकाइयों के लाइसेंस, पर्यावरणीय स्वीकृति और श्रम कानून अनुपालन की विस्तृत जांच सुनिश्चित करने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक