योजनाओं की धीमी प्रगति पर उपायुक्त ने जताई नाराज़गी
समाज कल्याण योजनाओं की धीमी प्रगति पर उपायुक्त ने जताई नाराज़गी, दिए सख्त निर्देश


समाज कल्याण योजनाओं की धीमी प्रगति पर उपायुक्त ने जताई नाराज़गी, दिए सख्त निर्देश


पूर्वी सिंहभूम, 30 जुलाई (हि.स.)। समाहरणालय सभागार में उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में बुधवार को समाज कल्याण विभाग की मासिक समीक्षा बैठक हुई।

बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डेविड बलिहार, सभी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका और अंचल अधिकारी शामिल हुए। उपायुक्त ने विभागीय योजनाओं की धीमी प्रगति पर असंतोष जताते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्‍हाेंने सेविका और सहायिका के कुल 95 रिक्त पदों को एक माह में भरने का निर्देश दिया गया।

बैठक में बताया गया कि जिले में एक हजार 118 आंगनबाड़ी केन्द्र सरकारी भवनों में संचालित हैं, जबकि 213 भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उपायुक्त ने निर्माण कार्यों की नियमित निगरानी और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि हर माह भवनों की पूर्णता की स्थिति स्पष्ट रूप से प्रस्तुत की जाए।

वहीं शौचालय और विद्युत सुविधा की समीक्षा में पाया गया कि अभी भी 199 केन्द्रों में शौचालय और 114 केन्द्रों में बिजली की सुविधा नहीं है। उपायुक्त ने कार्य में तेजी लाने और विद्युत आपूर्ति में आ रही तकनीकी अड़चनों पर त्वरित रिपोर्ट देने के निर्देश दिया।

पोषण वाटिका की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने सभी सीडीपीओ को निर्धारित 300 मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण वाटिका जल्द विकसित करने को कहा। साथ ही पोषण ट्रैकर में बच्चों के मापन की दक्षता केवल 80 प्रतिशत रहने पर उन्होंने चेतावनी दी कि 24 घंटे में 100 प्रतिशत मापन नहीं होने पर संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।

वहीं मौके पर आधार प्रमाणीकरण, कुपोषण, मातृ वंदना योजना और सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना की प्रगति की भी समीक्षा की गई। उपायुक्त ने लाभुकों की शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही वृद्धाश्रम के मरम्मती और वन स्टॉप सेंटर में रिक्त पदों को भरने को कहा गया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक