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मुंबई,30 जुलाई ( हि.स.) । ठाणे सिविल अस्पताल में 'मोतियाबिंद मुक्त महाराष्ट्र' नामक एक विशेष अभियान चलाया गया है। इस पहल के तहत, आँखों से संबंधित समस्याओं, विशेष रूप से मोतियाबिंद, से पीड़ित रोगियों की निःशुल्क जाँच और आवश्यकतानुसार निःशुल्क शल्य चिकित्सा की जा रही है।
वैसे तो मोतियाबिंद कई रोगियों की दृष्टि को कम कर देता है। इसलिए जैसे ही लक्षण दिखाई देते ही तुरंत जाँच करवाना आवश्यक है। सौभाग्य से, यह अभियान ठाणे सिविल अस्पताल में ज़रूरतमंदों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो रहा है। इसलिए, नागरिकों को आगे आकर जाँच करवानी चाहिए। ज़िला शल्य चिकित्सक डॉ. कैलाश पवार और अतिरिक्त ज़िला शल्य चिकित्सक डॉ. धीरज महांगड़े के मार्गदर्शन में, अस्पताल के नेत्र विभाग में प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक जाँच अभियान चल रहा है। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ शुभांगी आबांडेकर ने आव्हान किया है कि जाँच के लिए आने वाले नागरिकों को अपना पहचान पत्र और पिछली मेडिकल रिपोर्ट (यदि कोई हो) साथ लानी चाहिए।
सिविल अस्पताल के डॉक्टरों, नर्सों और नेत्र रोग विशेषज्ञों की एक टीम नियमित जाँच कर रही है और रोगियों में संतुष्टि का माहौल है। डॉ. शुभांगी अंबाडेकर ने बताया कि कुछ रोगियों की निःशुल्क सर्जरी भी सफलतापूर्वक हुई है। यहां ठाणे जिला सिबिल अस्पताल में ग़रीबों,वरिष्ठ नागरिकों और वंचितों का निशुल्क मोतियाबिंद का उपचार किया जा रहा है।
ठाणे जिला सिबिल अस्पताल के अधीक्षक डॉ कैलाश पवार का कहना है कि मोतियाबिंद मुक्त महाराष्ट्र' विशेष अभियान केवल एक चिकित्सा सेवा नहीं है, बल्कि ज़रूरतमंदों को नई दृष्टि प्रदान करने का एक प्रयास है।उन्होंने आगे कहा कि ठाणे जिला सिबिल अस्पताल से मोतियाबिंद के विरुद्ध सफलतापूर्वक मुहिम चलाई जा रही है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रवीन्द्र शर्मा