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औरैया, 30 जुलाई (हि. स.)। विश्व में अद्वितीय पंचनद धाम तीर्थ क्षेत्र, जहां यमुना, चंबल, सिंध, पहूज और कुंवारी नदियां मिलती हैं, इस समय बाढ़ की भयावह चपेट में है। पांचों नदियों में पानी का अत्यधिक दबाव होने से महासंगम पर हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
बाढ़ का पानी तटवर्ती इलाकों में फैलने से लोगों में दहशत का माहौल है। चंबल नदी से बड़ी संख्या में मगरमच्छ भी तटवर्ती क्षेत्रों में आ पहुंचे हैं, जिससे खतरा और बढ़ गया है। प्रशासन ने बाढ़ पर निगरानी बढ़ा दी है और पुलिस बल लगातार घाटों और पुलों पर मुस्तैद है।
जुहीखा पुल पर सबसे ज्यादा नजर है क्योंकि यह पुल औरैया, इटावा, जालौन के साथ बुंदेलखंड और मध्य प्रदेश को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण मार्ग है। पुल पर बाढ़ के पानी को देखने के लिए भीड़ जुटी रही, वहीं प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की।
अयाना थाना प्रभारी और बबाइन चौकी प्रभारी सत्येंद्र यादव ने टीम के साथ जुहीखा पुल पर लगातार निगरानी रखी। राजस्व विभाग के लेखपाल योगेंद्र कुमार और राजकुमार व ग्राम पंचायत अधिकारी अरमान खान भी नदी किनारे नौकाओं की सुरक्षा में तैनात रहे।
केंद्रीय जल आयोग और आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सिंध नदी में पानी छोड़े जाने से स्थिति और गंभीर हो सकती है। प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने की अपील की है।
हिंदुस्थान समाचार / सुनील कुमार
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार