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अंबिकापुर, 30 जुलाई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के सीतापुर नगर पंचायत क्षेत्र में नालियों की साफ-सफाई एवं पानी निकासी की अनदेखी के चलते स्थानीय लोगों को दुर्गंध और मच्छरों की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। लंबे समय से नालियों की सफाई नहीं होने के कारण इनमें कचरा और गंदा पानी जमा हो गया है, जिससे नालियां बजबजाने लगी हैं। दुर्गंध के साथ-साथ मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडराने लगा है।
बारिश पूर्व नगर पंचायत द्वारा व्यापक नाली सफाई अभियान चलाने का दावा किया गया था, लेकिन वर्तमान स्थिति इस दावे को झूठा साबित कर रही है। नगर के कई स्थानों पर नालियां कचरे से भरी पड़ी हैं और उनकी सफाई नहीं की गई है। नगरवासियों का कहना है कि इस संबंध में कई बार नगर पंचायत को अवगत कराया गया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे लोगों में नाराज़गी है।
नगर की आराध्य देवी माँ महामाया मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने स्थित नाली की स्थिति भी अत्यंत खराब है। नाली में लगातार कचरा और गंदा पानी जमा हो रहा है, जिससे दुर्गंध फैल रही है। श्रद्धालुओं को बदबू के बीच नाक-मुँह सिकोड़कर मंदिर जाना पड़ता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नियमित सफाई नहीं होने के कारण मंदिर परिसर का वातावरण दूषित हो गया है और मच्छरों की भरमार हो चुकी है।
वहीं मंदिर के सामने नाली को ढकने के लिए बनाए गए ढक्कन की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार निर्माण के कुछ ही समय बाद यह ढक्कन टूटकर नाली में गिर गया, जिससे नाली जाम हो गई। आरोप है कि निर्माण में तकनीकी लापरवाही और घटिया सामग्री का उपयोग किया गया।
गौरवपथ क्षेत्र में भी स्थिति चिंताजनक
गौरवपथ क्षेत्र, विशेषकर कारगिल चौक और हटरी इलाके में नालियां खुली पड़ी हैं और उनमें मलबा जमा है। यहां तक कि नेशनल हाईवे किनारे भी गंदगी फैली हुई है। हटरी सब्जी बाजार में सड़े-गले अवशेष नालियों में डाले जा रहे हैं, जिससे बदबू और संक्रमण की आशंका बनी हुई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि नगर पंचायत इस ओर भी कोई ध्यान नहीं दे रही है।
इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर ने बताया कि बारिश के कारण नाली सफाई अभियान प्रभावित हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बारिश रुकते ही पुनः सफाई कार्य शुरू कराया जाएगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / पारस नाथ सिंह