शाजापुर : पीएम एक्सीलेंस कॉलेज में व्याख्याताओं के 79 में से 56 पद रिक्त
शाजापुर जिले का अग्रणी बीएस एन कालेज


शाजापुर, 30 जुलाई (हि.स.)। शाजापुर का ये कैसा पीएम एक्सीलेंस कॉलेज ? जहां विद्यार्थियों को अध्यापन करवाने के लिए शासन द्वारा निर्धारित कुल 79 व्याख्याताओं में से 15 नियमित और 8 अतिथि मिलाकर मात्र 23 व्याख्याता ही सेवा देने के लिए उपलब्ध हैं। बाकि कुल 56 पद अभी भी रिक्त होकर जिले के अग्रणी कॉलेज की भीषण शैक्षणिक समस्या के असली हाल बयां कर रहे हैं।

केन्द्र सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री उत्कृष्ट महाविद्यालय योजना में जिला मुख्यालय स्थित पं.बालकृष्ण शर्मा नवीन महाविद्यालय का भी चयन किया गया है। ताकि यहां अध्यापन करने वाले विद्यार्थियों को विशेष सुविधाओं के साथ विभिन्न विषयों में स्नातक व स्नातकोत्तर की उच्च शिक्षा प्राप्त हो सके किन्तु वर्तमान समय में स्टॉफ की मौलिक कमीं से जुझ रहे इस महाविद्यालय के पास संस्था का नेतृत्व करने के लिए प्राचार्य, खेल गतिविधियां संचालित करने के लिए क्रीड़ा अधिकारी व पुस्तकालय की व्यवस्था संभालने के लिए लाईब्रेरियन तक उपलब्ध नहीं है। एसे में व्यवस्था पर सवाल यह उठ रहा है कि यदि कॉलेज की उत्कृष्टता के पहले स्टॉफ की उपलब्धता पर ध्यान दिया जाता तो विद्यार्थियों के लिए अधिक फायदेमंद होता।

जानकारी मिली है कि कुछ दिनों पूर्व होल्कर महाविद्यालय इंदौर की प्राचार्या डॉ.अनामिका जैन का स्थानांतरण बीएसएन कॉलेज शाजापुर में किया गया था किन्तु उन्होंने इस निर्णय को उच्च न्यायालय में चुनौती दे दी। जिस पर न्यायालय ने उन्हें अंतरिम राहत देते हुए सरकार को प्रस्ताव देने की मौहलत दी। इस कारण उनका भी कॉलेज में आना वर्तमान में लंबित हो गया साथ ही इस मामले से स्पष्ट हो गया कि जिले के अग्रणी कालेज में जो आ सकती थी वो भी आना नहीं चाहती तो जिले के इस अग्रणी बेसहारा कॉलेज का सहारा कौन बनेगा ? वहीं सोचने वाली बात यह भी है कि शिक्षा के अधिकार के दौर में जब जिले का अग्रणी कालेज अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहा है तो बाकि स्थानों के क्या हाल होंगे।

ये कैसा उत्कृष्ट जब पढ़ाने वाले ही नहीं उपलब्ध

जिले के अग्रणी पं.बालकृष्ण शर्मा नवीन महाविद्यालय में सामान्य आवश्यक 42 पदों में से वर्तमान में नियमित पदों पर सिर्फ 15 व्याख्याता तथा अतिथि शिक्षकों के पदों पर महज 8 व्याख्याता अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। यानि कि 19 पद अभी भी रिक्त हैं जिनकी पूर्ति सामान्य महाविद्यालय के रूप में ही नहीं हो पाई है। एसे में पीएम एक्सीलेंस कॉलेज का दर्जा प्राप्त करने के बाद रिक्त पदों की अतिरिक्त वृद्धि वाली संख्या कॉलेज के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम साबित होती नहीं दिखाई दे रही क्योंकि पीएम एक्सीलेंस कॉलेज के मुताबिक कुल 42 पद तय हैं। इनमें 37 पद शैक्षणिक तथा 5 पद तृतीय व चतुर्थ श्रैणी कर्मचारियों के शामिल हैं। वित्त विभाग द्वारा पृष्ठांकित नहीं होने के कारण ये सभी पद नियमित नहीं हो सकते हैं। नियमानुसार पीएम एक्सीलेंस कालेज में प्रोफेसर ही प्राचार्य पद पर होना चाहिए लेकिन वर्तमान में शाजापुर के बीएसएन कालेज की बागडोर संभालने वाले प्रभारी प्राचार्य इस पद पर मजबूरी में सेवा दे रहे हैं।

महाविद्यालय में लगभग 5 दर्जन पद खाली

पीएम एक्सीलेंस महाविद्यालय के 42 एवं सामान्य 42 इस प्रकार कुल 84 पदों में से 5 पद तृतीय व चतुर्थ श्रैणी कर्मचारियों के अलग कर दिए जाएं तो 79 पदों में से वर्तमान में महज 23 पदों पर ही अध्यापन सेवा संचालित हो रही है शेष 5 दर्जन के करीब कुल 56 पद रिक्त बने हुए हैं। जिनमें पीएम एक्सीलेंस के सभी 37 शैक्षणिक एवं वर्तमान में महाविद्यालय में रिक्त 19 पद शामिल हैं। आश्चर्य की बात यह भी है कि इन रिक्त पदों में व्याख्याताओं के साथ ही संस्था का नेतृत्व करने वाले प्राचार्य, खेल गतिविधियां संचालित करने वाले क्रीड़ा अधिकारी व पुस्तकालय की व्यवस्था संभालने वाले लाईब्रेरियन भी शामिल है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मंगल नाहर