बिहार में 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की होगी बहाली: मंगल पांडेय
मंती मंगल पांडेय पतकाराें से बात करते


पटना, 30 जुलाई (हि.स.)। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार की ओर से आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन राशि में उल्लेखनीय वृद्धि करने के निर्णय को ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने बिहार में 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली की घोषणा भी की।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बुधवार काे पत्रकारों से बातचीत में बताया कि यह निर्णय इन महिला कार्यकर्ताओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में आशा और ममता कार्यकर्ताओं को बड़ी सौगात दी गई है। आशा एवं ममता कार्यकर्ताओं के बढ़ाये गये मानदेय का यह फैसला 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होगा। यह फैसला स्वास्थ्य व्यवस्था को और सशक्त बनाएगा और जमीनी स्तर पर कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्धन करेगा।

मंत्री ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 29 हजार नई आशा कार्यकर्ताओं की बहाली प्रक्रिया प्रगति पर है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। साथ ही विभाग में बीटीएस और बीपीएससी के माध्यम से विभिन्न पदों पर नियुक्तियां भी की जा रही हैं। विभाग का लक्ष्य है कि स्वास्थ्य सेवाएं समय पर और सुलभ रूप में आमजन तक पहुंचें।

मंगल पांडेय ने कहा कि आशा और ममता कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी हैं। इन्होंने राज्य के दूर-दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में अभूतपूर्व योगदान दिया है। इनके प्रयासों से राज्य में कई सकारात्मक स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार हुआ है।

उन्होंने बताया कि गृह प्रसव की दर में कमी और संस्थागत प्रसव में वृद्धि हुई है। मातृ मृत्यु दर, जो वर्ष 2005 में 365 थी, वो अब घटकर 91 हो गई है। शिशु मृत्यु दर अब 27 है, जो राष्ट्रीय स्तर के बराबर है। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर 29 हो गई है, जो राष्ट्रीय औसत से भी बेहतर है। नवजात शिशु मृत्यु दर (0 - 28 दिन) 19 है, जो राष्ट्रीय औसत 19 के करीब है। स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों के अनुसार टीकाकरण का आच्छादन अब 95 प्रतिशत तक पहुंच चुका है।

मंगल पांडेय ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं द्वारा गर्भवती महिलाओं को एएनसी जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाना, टीकाकरण, उच्च पोषण और ओआरएस जैसे जीवन रक्षक साधनों का वितरण आदि कार्य बखूबी किया जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी